छत्तीसगढ़ में वृक्ष मंदिर परिसर का अनूठा प्रयोग

Chief Editor
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रायपुर ।  पर्यावरण की रक्षा के लिए जन-चेतना जाग्रत करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ के एक गांव में स्थानीय लोगों ने ‘वृक्ष मंदिर परिसर’ की अनोखी परिकल्पना की है और उसे साकार भी कर दिखाया है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को गुरूवार को  सवेरे राजधानी रायपुर में स्थित अपने निवास में आयोजित ‘जनदर्शन’ कार्यक्रम में पर्यावरण मंदिर सेवा समिति के प्रतिनिधि मंडल से यह जानकारी मिली।

समिति के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से इस पर्यावरण मंदिर के लिए पांच वृक्ष दान करने का अनुरोध किया, लेकिन डॉ. रमन सिंह ग्राम अमेरी (तहसील और जिला दुर्ग) के ग्रामीणों के इस रचनात्मक कार्य से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने समिति को तत्काल दो हजार वृक्ष देने की घोषणा की  और उनके ज्ञापन पर कलेक्टर दुर्ग को यह निर्देश भी जारी किए कि पर्यावरण मंदिर की सुरक्षा के लिए फेंसिंग लगवाने के साथ-साथ वहां विभिन्न प्रजातियों के दो हजार पौधे भी लगाएं जाएं। प्रतिनिधि मंडल में समिति के संस्थापक बाबा पंचराम ठाकुर, संचालक श्री निर्मल धीवर, कोषाध्यक्ष श्री विष्णु साहू और अन्य सदस्य शामिल थे।
उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि पर्यावरण मंदिर की यह परियोजना आध्यात्मिक नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समिति ने ग्रामीणों के सहयोग से वहां शिवलिंग के चारों ओर वटवृक्ष के पौधे लगाए हैं, हनुमान मंदिर के चारों तरफ पीपल और शीतला मंदिर की मूर्ति के चारों तरफ नीम के वृक्ष लगाए गए हैं। सभी वृक्षों को एक निश्चित क्रम में रखकर मंदिर बनाया गया है। समिति की यह परिकल्पना है कि जब वृक्ष बढ़ेंगे और उनके तने मोटे होंगे तो वे एक दूसरे से सटकर दीवार का और ऊपर की टहनिया तथा पत्ते मंदिर की छत का काम करेंगे। वहां आम के भी पौधे लगाए गए हैं। लगभग बारह वर्ष पहले शुरू किया गया यह रचनात्मक प्रकल्प अब आकार ले चुका है। वहां पर इस महीने की 18 तारीख को समिति का 13वां वार्षिक समारोह भी आयोजित किया जाएगा, जहां सब लोग मिलकर वृक्षारोपण भी करेंगे।
प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को समारोह में आमंत्रित किया। डॉ. सिंह ने आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया और आयोजन की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए अमेरी के ग्रामीणों और युवाओं की यह अनोखी पहल सभी गांवों और शहरों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने समिति को इस दिशा में अब तक मिली सफलता के लिए बधाई दी और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
डॉ. रमन सिंह ने आज के जनदर्शन में लोगों की अनेक समस्याओं का निराकरण किया। उन्होंने महासमुंद जिले के ग्राम बिरबिरा (ग्राम पंचायत बांसकुड़ा) ग्राम गुरूडीह (ग्राम पंचायत परसाडीह) से आए ग्रामीणों के अलग-अलग ज्ञापनों पर वन भूमि से संबंधित उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए। छत्तीसगढ़ परिचारिका कर्मचारी कल्याण संघ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती अंजना जीनस के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को सरकारी अस्पतालों में कार्यरत नर्सों की वेतन विसंगतियों और पदोन्नति आदि के मामलों को लेकर ज्ञापन सौंपा। डॉ. सिंह ने उनके ज्ञापन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। महासमुंद जिले के ही ग्राम खोखेपुर (विकासखंड सरायपाली) के ग्रामीणों ने कटंगी नाले पर पुल निर्माण के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। डॉ. सिंह ने उनका ज्ञापन आवश्यक कार्रवाई के लिए पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री अजय चंद्राकर को भिजवाया।

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