बिलासपुर—बच्चों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर छत्तीसगढ़ शासन ने महिला बाल विकास की अगुवाई में चाइल्ड लाइन की स्थापना की है। जिसका एक केन्द्र बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर बनाया गया है। जो अक्सर बन्द रहता है। या यू कहें कि केन्द्र जीआरपी और आरपीएफ के भरोसे संचालित हो रहा है।
रेलवे प्लेटफार्म नम्बर एक पर प्रदेश शासन के विशेष अभियान के तहत बच्चों की सुरक्षा को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग ने चाइल्ड लाइन सेंटर खोला है। सेंटर में अक्सर उन बच्चों को सुरक्षा प्रदान की जाती है। जो किन्ही कारणों से अपने घर से भागकर रेलवे स्टेशन पहुंच जाते हैं। या फिर ऐसे बच्चे जो रेलवे स्टेशन पर मां बाप से बिछड़कर पहुंचते हैं। जिनकी सहायता कर महिला एवं बाल विकास बिछड़े परिवार को एक करने का काम करता है। इसे बिडम्बना कहे या विभाग की लापरवाही कि शासन की महत्वपूर्ण योजना का माखौल उड़ाकर अधिकारी उदासीन होकर घर में आराम फरमा रहे हैं।
महिला बाल विकास की इस उदासीनता के चलते एक महत्वपूर्ण केन्द्र में हमेशा ताला लटका रहता है। जब भी जीआरपी या आरपीएफ कोई कार्रवाई करती है तो श्रेय लूटने के लिए 1098 चाइल्ड लाइन के आला अधिकारी पहुंचकर अपनी सजकता का परिचय देने लगते हैं।