नईदिल्ली।दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण के ख़तरनाक स्तर को देखते हुए एनजीटी ने दिल्ली सरकार, नगर निगम और पड़ोसी राज्यों की खिंचाई की है।ट्रिब्यूनल ने कहा कि उन्हें अस्पतालों में जाकर लोगों की हालत देखनी चाहिए कि कैसे उनकी ज़िंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। एनजीटी ने कहा, ‘ये सभी के लिए शर्म की बात है। सबको सोचना चाहिए कि हम अगली पीढ़ी को क्या दे रहे हैं।’एनजीटी ने कहा, ‘सभी संवैधानिक अधिकारियों और वैधानिक निकाय अपना काम करने में नाकाम रहे हैं। जहां तक प्रदूषण की बात है तो इनको रोकने में आप सभी हिस्सेदार नाकाम साबित हुए हैं।
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एनजीटी ने आगे कहा कि खुले में हो रहे निर्माण कार्य को अब तक नहीं रोका गया है और अब जब ऐसे हालात पैदा हो गए है, तो सरकार स्थिति पर नियंत्रण का भरोसा दिला रही है।इसके साथ ही एनजीटी ने दिल्ली को पड़ोसी राज्यों के रवैये पर आपत्ति ज़ाहिर करते हुए कहा कि इस पूरे प्रकरण में पड़ोसी राज्यों का जो रवैया रहा है इससे पता चलता है कि वो प्रदूषण को लेकर कितने गंभीर हैं।ट्रिब्यूनल ने संविधान का हवाला देते हुए कहा, ‘आर्टिकल 21 और 48 के मुताबिक ये सरकार का उत्तरदायित्व है कि वो देश के सभी नागरिकों को स्वच्छ और हितकर पर्यावरण मुहैया कराए। लोगों को स्वच्छ हवा नहीं मिल रही है, लोगों से उनके ‘जीवन का अधिकार’ छीना जा रहा है।’