बिलासपुर—- शहर की खस्ताहाल सड़कों की शिकायत को लेकर कांग्रेसियों का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को पीडब्लूडी मुख्य अभियंता प्रधान से सर्किट हाउस में मुलाकात की है। प्रतिनिधिमंडल ने शहर में निर्माणाधीन सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए। निष्पक्ष जांच के साथ दोषी अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की ।
शहर में निर्माणाधीन सड़कों की गुणवत्ता को लेकर कांग्रेसियों का प्रतिनिधि मंडल लोक निर्माण विभाग प्रमुख अभियंता से शिकायत की है। मुलाकात के दौरान प्रतिनिधि मंडल में शामिल शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर,ग्रामीण अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला,नेता प्रतिपक्ष शेख नजीरुद्दीन ,पार्षद प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल,मनीष पटेल ने सड़कों की गुणवत्ता को लेकर चिंता जाहिर की। मुख्य अभियंता से कांग्रेसियों ने बताया कि शहर अंदर कुछ सड़कें पीडब्लूडी की हैं। विभाग साल भर निर्माण और मरम्मत का काम करता है। एक सड़क बनती नही कि दूसरी उखड़ जाती है। सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कांग्रेसियों ने प्रधान को बताया कि ठेकेदार और अधिकारी मिलीभगत कर आम जनता की राशि का बंदरबांट कर रहे हैं। ठेकेदार नियम और शर्तों को ठेंगा दिखा रहे हैं। 30 एमएम वाली सड़कों को 15 एमएम में तैयार किया जाता है। डामर की जगह जला हुआ आयल का प्रयोग हो रहा है। गिट्टी की माप भी अनियमित है। ऐसा लगता है कि अधिकारी ठेकेदार बिलासपुर की सड़कों को आमदनी का माध्यम बना चुके हैं।
कांग्रेस संगठन और पार्षद दल ने बताया कि सड़कों की हालत को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है। बावजूद इसके अधिकारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। बेलगाम अधिकारियों को ना तो शासन का भय है और ना ही प्रशासन का। प्रधान से प्रतिनिधिन मंडल ने बताया कि पुराना हाई कोर्ट की सड़क 4 महीने पहले धसक गयी। अधिकारी आये और आश्वासन देकर चले गए। आज तक सड़क को ठीक नहीं किया गया।
इसी तरह शिव टाकीज रोड, आईजी आफिस से लेकर महाराणा प्रताप चौक ,तोरवा रोड की सड़कें बद से बदतर हो चुकी हैं। लगातार सड़को की खुदाई से आम जनो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। धूल से आधा शहर बीमार हो चुका है। इसलिए भ्रष्टाचार की बलि चढ़ती सड़को की गुणवत्ता जांच बहुत जरूरी है। मुख्य अभियन्ता प्रधान ने प्रतिनिधि मंडल से शिकायत को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया। प्रधान ने कहा कि जांच के बाद दोषी पाए गए किसी भी व्यक्ति को माफ नहीं किया जाएगा।