रायपुर— जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ अध्यक्ष अजीत जोगी ने जीएसटी दरों में कटौती को भाजपा का चुनावी स्टंट बताया है। 200 वस्तुओं की दर घटाकर सस्ता करने के पीछे भाजपा का स्वार्थ दिखाई दे रहा है। दिसम्बर में गुजरात विधानसभा चुनाव होने वाला है। जीएसटी और नोटबंदी से परेशान जनता भाजपा को गुजरात से उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है। इसी को ध्यान में रखकर जीएसटी दरों में कटौती की गयी है।
जनता कांग्रेस कार्यालय से जारी प्रेस नोट के अनुसार अजीत जोगी ने कहा कि गुजरात के व्यापारियों और आम जनता में भाजपा सरकार के खिलाफ भारी नाराजगी है। केवल नाराजगी को दूर करने जीएसटी के दरों में बदलाव किया गया है। दरअसल यह बदलाव केवल भ्रमित करने वाला है। वस्तुओं की दरें घटाने मात्र से गुजरात और देश की जनता भाजपा को माफ करने वाली नहीं है।
जोगी ने बताया है कि भाजपा चाहे कोई भी पैतरा आजमा ले देश की त्रस्त, पीड़ित और प्रताड़ित जनता भाजपा की जीएसटी दरों में कमी जैसे जाल में फसने वाली नही है। गुजरात चुनाव भाजपा के लिए वाटर लू सिद्ध होगा। हार को रोक पाना भाजपा के बस के बाहर की बात है।जोगी ने भारत निर्वाचन आयोग का ध्यान खींचते हुए कहा है कि जीएसटी दरों मे कमी प्रलोभन की श्रेणी में आता है। आदर्श आचार संहिंता का खुला उल्लंघन हुआ है।
चुनाव तारीख घोषित होने के बाद इस तरह के प्रलोभन आदर्श आचारसंहिंता के तहत अमर्यादित और अवैधानिक है। आचरण संहिंता के खिलाफ होने के कारण अपराध दर्ज होना चाहिए। ओपीनियन पोल भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होने के साथ-साथ भाजपा को अप्रत्यक्ष लाभ पहुंचाने के लिए प्रायोजित किये जा रहे है। ऐसी घोषणाओं पर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए। भारत निर्वाचन आयोग मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर विधिवत कार्यवाही करे।