बिलासपुर से जुड़े, पाकिस्तान तक टेरर फंडिंग के तार, पुलिस के पास पुख्ता सबूत

BHASKAR MISHRA
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IMG20171115151456 बिलासपुर—आईपीएस शलभ सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि बिलासपुर से गिऱफ्तार आठ एंटि टेरर आरोपियों के तार प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लश्कर, हिजबुल और लश्कर से जुड़े हैं। अभी तक बिलासपुर पुलिस को जो भी प्रमाण मिले हैं वह पुख्ता हैं। बिलासपुर समेत देश के कोने कोने में एंटी टेरर गतिविधियों से जुड़े लोग भारत का रूपया पाकिस्तान भेजते हैं। इन रूपयों का उपयोग देश में आतंकी गतिविधियों में होाता है।

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                  आईपीएस शलभ सिन्हा और सिविल लाइन थाना प्रभारी नसर सिद्धिकी ने पत्रकारों को बताया कि बिलासपुर की पुलिस टीम ने जम्मू कश्मीर के बारामुला से आतंकी गतिविधियों में शामिल व्यापारी पी.अशरफ के ठिकाने से हार्डडिस्क बरामद की है। इसके अलावा बिलासपुर पुलिस टीम ने लखनऊ, दिल्ली, भोपाल से जरूरी आतंकी गतिविधियों से जुड़े दस्तावेजों को भी बरामद किया है। दस्तावेज और बरामद हार्डडिस्क की जांच की जा रही है। जल्द ही पता चल जाएगा कि देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में कौन कौन चेहरे शामिल हैं।

                               शलभ सिन्हा ने बताया कि अप्रैल 2017 में आतंकी गतिविधियों को लेकर सिविल लाइन में थाना प्रभारी नसर सिद्धिकी ने सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने पुख्ता जानकारी और छानबीन के बाद जगह जगह से आठ लोगों को गिरफ्तार किया। खोजबीन के बाद पुलिस को पूरा विश्वास हो गया है कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के तार परोक्ष अपरोक्ष रूप से पाकिस्तान से जुड़े हैं।

                      दिल्ली,लखनऊ,भोपाल और जम्मू कश्मीर में जांच पड़ताल के बाद बिलासपुर पहुंचकर शलभ सिन्हा ने बताया कि अप्रैल 2017 से अभी तक बिलासपुर पुलिस ने एंटी टेरर फंडिग के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। सभी के खिलाफ पुलिस के पास आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के पुख्ता सबूत हैं। बिलासपुर पुलिस टीम ने बारामुला व्यापारी पी.अशरफ के ठिकाने से हार्ड डिस्क बरामद किया है। लखनऊ एनआईटी से कुछ संवेदशील और प्रमाणिक दस्तावेज मिले हैं। दिल्ली और भोपाल एटीएस से जरूरी दस्तावेज और जानकारियां भी मिली है। दस्तावेज के अनुसार गिरफ्तार सभी आरोपी देशद्रोही गतिवितियों में शामिल हैं।

                                       आईपीएस शलभ के अनुसार दिल्ली,लखनऊ,भोपाल और जम्मू कश्मीर की इंटेलिजेंट टीम बिलासपुर पुलिस की एन्टी टेरर कार्रवाई से बहुत प्रभावित है। क्योंकि एक मात्र बिलासपुर पुलिस के पास ऐसे प्रमाण हैं जिससे जाहिर हो गया है कि गिरफ्तार किये गए आंतकियों के तार सीधे पाकिस्तान के बडे आंतकी संगठनों से है। बारामुला, लखनऊ, भोपाल और दिल्ली की टीम गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने जल्द ही बिलासपुर आने वाली है। इसके अलावा कुछ अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।

व्यापार और आतंकी गतिविधि साथ-साथ IMG20171115153718

                      शलभ ने बताया कि जम्मू कश्मीर में बार्डर पार व्यापार के लिए कुछ लोगों को लायसेंस दिया जाता है। इसका फायदा आतंकी गतिविधियों से जुड़े लोग उठाते हैं। भारत से भेजे गए सामानों के एवज कई गुना सामान पाकिस्तान से भारत पहुंचता है। लेकिन सामान की कीमत भेजे गए सामान के बराबर बताया जाता है। भारतीय बाजार में पाकिस्तानी सामान से मिले अतिरिक्त रूपयों को कई माध्यम से पाकिस्तान भेजा जाता है। पाकिस्तान के बड़े आतंकी संगठन भारत का पैसा भारत के खिलाफ आंतक मंचाने में करते हैं। पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ लगातार सक्रिय है।

 गिफ्ट और लाटरी के बहाने फंडिंग

                    शलभ सिन्हा और थाना प्रभारी नजर सिद्धिकी ने पत्रकारों को बताया कि मोबाइल पर गिफ्ट या लाटरी का प्रलोभन देकर रूपए जमा करने वाले फोन अक्सर आते हैं। हमारे पास पुख्ता जानकारी है कि जमा रूपयों को पाकिस्तान भेजा जाता है। आंतकी संगठन इन रूपयों का उपयोग भारत में आतंक फैलाने में करते हैं।

आठ लोगों की हुई है गिरफ्तारी

                    पत्रकारों को पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर, भोपाल, सतना, जम्मू-कश्मीर,बिलासपुर,जांजगीर से अभी तक एंटी टेरर फंडिंग मामले 8  लोगों की गिरफ्तारी हुई है। जांच पड़ताल के बाद कुछ अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। मालूुम हो कि एंटी टेरर फंडिग मामले में थाना प्रभारी नसर सिद्धकी की शिकायत पर अप्रैल 2017 में मामला दर्ज किया गया था।

पाकिस्तान में बड़े आतंकी संगठन को फंडिग

                    शलभ सिन्हा ने बताया कि बिलासपुर पुलिस के पास पुख्ता प्रमाण हैं कि भारत से एंटी टेरर फंडिग पाकिस्तान में बैठे हुर्रियत,लश्कर, हिजबुल जैसे बड़े आतंकी संगठनों को होता है। लेकिन रूपया किस तरह पाकिस्तान जाता है…इसकी जानकारी फिलहाल अभी नहीं है। भारत सरकार की इंटेलिजेन्ट लगातार काम कर रही है।

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