शिक्षाकर्मी हड़तालः20 नवम्बर ले फेर,जब्बर हड़ताल हो ही…संजय की अपील और बागी गुट का समर्थन

BHASKAR MISHRA
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बिIMG-20171110-WA0029लासपुरः शिक्षाकर्मियों ने एक सुर में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया है। वार्ता विफल होने के बाद पोस्टर,बैनर की तैयारी शुरू हो गयी है। संकुल और ब्लाक लेवल से लेकर जिला स्तर तक सोशल मीडिया में तैयारी की गरमाहट को महसूस किया जा सकता है। कोई प्रेरक गीत लिखकर संघ को ताकत दे रहा है तो कोई नए नए स्लोगन की रचना कर रहा है। कुछ इस तरह से जैसे अब नहीं तो कभी नहीं….।
                                  सोशल मीडिया में जब्बर हड़ताल होही शीर्षक से छत्तीसगढी भाषा में ऋषि वर्मा”बईगा”निनवा ने रचना को वायरल किया है। सीजी वाल  निनवा की कविता को अपने पाठकों के लिए जस के तस पेश कर रहा है।
जब्बर हड़ताल होही
करबे धन नई करबे,तेकर अब पड़ताल होही। 20 नवम्बर ले फेर,जब्बर हड़ताल होही।।

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तैं जेन केहेच तेन,जतका बेर केहे ओतकेच बेर।लघिहाँथ करत हन सब ला,तैं नई मानेच फेर।।
मानबे त मान जा,नई ते बवाल होही। 20 नवम्बर के फेर ,जब्बर हड़ताल होही।।
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संविलयन,क्रमोन्नत,सातवां वेतनमान।अनुकम्पा,शासकीयकरण, लेके रहिबो ये जान।।
परन हे सबके,पूरा मांग,ये साल होही।20 नवम्बर ले फेर,जब्बर हड़ताल होही।।
वीरेंद्र,केदार,संजय,विकास,चन्द्रदेव राय।अऊ जम्मो शिक्षा कर्मी,संघरा हाँथ मिलाय।।
मजा लेके देखबो ठुमका,हमर ताल होही।20 नवम्बर ले फेर,जब्बर हड़ताल होही।।
“आवाज दो हम एक हैं’,गूँजही राजधानी में।1 लाख 80 हजार के”,ऋषि”अब धमाल होही।

करबे धन नई करबे,तेकर अब पड़ताल होही। 20 नवम्बर ले फेर,जब्बर हड़ताल होही।।
संजय शर्मा ने कहा तैयार हैं
                सोशल मीडिया में 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मियों को उत्साहित करते हुए संजय ने लिखा है कि 20 नबम्बर की तैयारी पूरी हो चुकी है । प्रमुख शिक्षा सचिव विकासशील से चर्चा के बाद समझ में आ चुका है कि बिना जंग अधिकार मिलना नामुमकिन है। शिक्षाकर्मियों के भाग्य का फैसला हड़ताल के बाद ही होगा। सभी शिक्षाकर्मी अवकाश आवेदन पत्र और हड़ताल के समर्थन में सहमति पत्र भरें।
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संजय ने सभी शिक्षाकर्मियों को सावधान भी किया है। उन्होने लिखा है कि कुछ लोग मंच और संघ के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहें। विरोधियों का नाम लिए बिना संजय ने सवाल किया है कि आप नेतृत्वकर्ता किस लिए बने है। शासन के खिलाफ संघर्ष करने या साथियों को गुमराह करने के लिए। यदि आप हड़ताल से सहमत नही हैं तो चुप तो रह सकते हैं। आपका उद्देश्य क्या है,,शिक्षको को बताना होगा।

             संजय ने लिका है सोशल मीडिया और पत्र के माध्यम से शिक्षाकर्मियों से कहा है कि ऐसे लोगो से जुड़े शिक्षक संवर्ग को निर्णय लेने की आवश्यकता है कि वे किसके साथ हैं। अपील की है कि भटके हुए साथियों 20 नवम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल होकर एक लाख 80 हजार घरों के चूल्हे को बुझने से बचाएं।
संजय की अपील और बागी गुट का समर्थन
 सोशल मीडिया पर संजय शर्मा की अपील का असर देखने को मिला। गुरूवार को बागी गुट के नेता ने हड़ताल को समर्थन देने का एलान किया है। लिखित समर्थन पत्र में भूपेन्द्र बनाफर ने कहा है कि 20 नवम्बर को होने वाले हड़ताल को तन मन धन से संगठन के साथ समर्थन करता हूं। मुझे ऐसा लगता है कि यह फैसला मेरे भाईयों के लिए हितकारी है।
           अपने पत्र में बनाफर ने लिखा है कि समर्थन देने का फैसला किसी डर या दबाव नहीं लिया है। मैं और मेरे संगठन सहायक शिक्षक पंचायत का मानना है कि वेतन विसंगति और क्रमोन्नति की मांग को लेकर मिलकर जंग लड़ा जाए। हमने फैसला किया है कि 20 नवम्बर को शाला का बहिष्कार किया जाए। जंग तब तक जारी रहे जब तक पूरा अधिकार हासिल ना हो जाए।
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