टीएस के बयान पर बवाल..CM को लिखा पत्र..कहा वादा पूरा करे सरकार..मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश

BHASKAR MISHRA
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tsबिलासपुर—शिक्षाकर्मियों की मांग को नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने समर्थन किया है। प्रेस नोट जारी कर टीएस सिंहदेव ने बताया कि शिक्षाकर्मियों की मांगों को लेकर मेरे बारे में गलत बयानबाजी हो रही है। मैं इसका खण्डन करता हूं। टीएस ने कहा मैं और मेरी पार्टी हमेशा शिक्षाकर्मियों की हिमायती रही है। आगे भी ऐसा ही होगा। लेकिन मैने जिस बात को कहा ही नहीं उसे मेरे नाम से प्रसारित किया जा रहा है। ऐसी हरकत से क्षुब्ध हूं। जिसने ऐसा किया है उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई करूंगा।

                      मालूम हो कि सोशल मीडिया पर टीएस का बयान चल रहा है कि शिक्षाकर्मियों की मांग को पूरा करना संभव नहीं है। टीएस के बयान को लेकर शिक्षाकर्मियों में गुस्सा है। सोशल पोस्ट में एक शिक्षक ने लिखा है कि फटे में टांग अ़ड़ाने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस सरकार के काल में शिक्षाकर्मियों के साथ क्या हुआ सबको मालूम है।

पोस्ट के बाद टीएस का पत्र

                         नाराज शिक्षाकर्मियों की पोस्ट के बाद टीएस सिंहदेव ने जवाब दिया है। उन्होने कहा कि मैने ऐसा कुछ बयान दिया ही नहीं। जिसने भी मेरे नाम से बयान दिया है उनके खिलाफ कोर्ट जाउंगा। कानून का सहारा लूंगा। टीएस ने शिक्षाकर्मियों के विरोध में दिए गए तथाकथित बयान को राजनीतिक गहरी साजिश बताया है।

                       सिंहदेव ने अपने पत्र में लिखा है कि शिक्षाकर्मियों के साथ कांग्रेस का हमेंशा सहयोग रहा है। व्यक्तिगत रूप से शिक्षाकर्मियों के साथ जब भी जरूरत हुई खड़ा रहा हूं। बावजूद इसके साजिश के तहत मेरे नाम से किसी ने बयान जारी कर ठीक नहीं किया है। निश्चित रूप से यह निम्न स्तरीय राजनीति और षड़यंत्र है। मेरे नाम से इस प्रकार के बयान देने वालों के खिलाफ कोर्ट जाउंगा।

                               टीएस ने बताया कि शिक्षाकर्मियों की पहली नियुक्ति कांग्रेस सरकार ने की है। एक कांग्रेसी होने के कारण शिक्षाकर्मियों के साथ रहना मेरी जिम्मेदारी है। ऐसे में शिक्षाकर्मियों की मांगो का विरोध करने का सवाल ही नहीं उठता है।

                     सिंहदेव ने बताया कि 2003 में भाजपा ने सरकार बनते ही 15 दिन के अन्दर शिक्षाकर्मियों की मांग को पूरा करने का वादा किया था। सरकार को वादा पूरा करना चाहिए।सर्वोच्च न्यायालय के समान कार्य..समान वेतन के निर्णय पर सरकार को विचार करना चाहिए।

सीएम को लिखा पत्र

                    एक अन्य पत्र में टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हड़ताल के बाद उत्पन्न स्थिति पर चिंता जाहिर की है। सिंहदेव ने पत्र में बताया है कि 1 लाख 80 हजार शिक्षक हड़ताल पर हैं। हजारों स्कूलों में तालाबंदी की स्थिति बन गयी है। बच्चों की परीक्षाएं सिर पर हैं। छात्र छात्राओं के भविष्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। सरकार को चुनाव में किए गए वादे को पूरा करना चाहिए।

                       टीएस ने लिखा है कि शिक्षाकर्मियों की वेतन विसंगति समेत अन्य मुद्दों पर 22 कमेटियों का गठन हो चुका है। IMG-20171121-WA0008आखिर कारण क्या है जिसके कारण शिक्षाकर्मियों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करते हुए शिक्षाकर्मियों की जायज मांग को पूरा कना चाहए। ताकि बच्चों की पढ़ाई पर प्रभाव ना पड़े।

धमधा में रविन्द्र का मिला समर्थन

                        पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे ने शिक्षाकर्मियों की मांगों का समर्थन किया है। धरना स्थल पर पहुंचकर रविन्द्र चौबे ने सरकार नीयत पर सवाल खड़े किए। उन्होने बताया कि शिक्षाकर्मियों को जन्मकाल से कांग्रेस का समर्थन रहा है। सरकार की इच्छा नहीं है कि शिक्षाकर्मियों का संविलियन हो..समान कार्य समान वेतन मिले। यदि ऐसा होता तो मुख्यमंत्री वादा के अनुसार सरकार बनते ही 15 दिनों के अन्दर अपना वादा पूरा कर देते। चौबे ने कहा शिक्षको के हड़ताल पर जाने से स्कूलों की पढ़ाई ठप हो गयी है। सरकार को शिक्षाकर्मियों के साथ सकारात्मक सोच के साथ उनकी मांगों को गंभीरता से लेना चाहिए। यह बातें दुर्ग जिले के धमधा विकास खण्ड में शिक्षाकर्मियों के धरना स्थल पर कही।

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