मेंस कांग्रेस ने किया निजीकरण का विरोध

BHASKAR MISHRA
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1/9/2001 6:23 PMबिलासपुर…साऊथ ईस्टर्न  सेन्ट्रल रेल्वे मेन्स कांग्रेस ने विवेक देबराय समिति की रिपोर्ट को मजदूर विरोधी करार दिया है। देबराय समिति ने रेलवे को निजी हाथो मे सौपने का समर्थन किया है। रेल्वे मेन्स कांग्रेस ने आज एक प्रेसवार्ता में बताया कि देवराय समिति के लागू होने से भारतीय रेल का विकास नहीं सिर्फ विनाश ही होगा। रेल प्रशासन पूंजीपतियों को बढावा दे रही है। इससे गरीबों के हितों को चोट पहुंचेगा। रेल में एफबीआई से रेल किराया से लेकर स्वास्थ्य और खानपीन की सुविधाओं के नाम पर इन्वेस्टर लोगों का दोहन करना शुरू कर देंगे।

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                     आज एक प्रेस वार्ता में दक्षिण मध्य केन्द्रीय रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री मूर्ती ने बताया कि हम देबराय समिति की रिपोर्ट का विरोध करते हैं। मजदूर कांग्रेस ने इस समिति के प्रस्तावों का विरोध करते हुए काला दिवस भी मनाया है। यदि रेल प्रशासन निजीकरण की दिशा में अपना कदम नहीं रोकेगा तो मजदूर संघ उग्र आंदोलन भी करेगा। पत्रकारो से चर्चा करते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मेन्स कांग्रेस के महामंत्री ने बताया कि केन्द्र सरकार की विवेक देबराय की सात सदस्यीय टीम की रिपोर्ट में रेल को निजीकरण किए जाने की सिफारिश की है। जिससे रेलवे के अधिकांश पद खत्म हो जाएगे। इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित मजदूर वर्ग होगा। छोटे पद खत्म होने से करोड़ों गरीबों का परिवार सड़क पर आ जाएगा। जाहिर सी बात है रिपोर्ट में सर्वहारा वर्ग मर जाएगा। रेलवे का निजीकरण कर्मचारियो के हितो का हनन तो है ही साथ में देश की जनता के साथ भी खिलवाड है।

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