कोटा जनपद पंचायत का फरमान..12 शिक्षक हो सकते हैं बर्खास्त

BHASKAR MISHRA
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teacher_23_9_17बिलासपुर— कोटा जनपद पंचायत के 12 पंचायत शिक्षकों को बेमियादी हड़ताल में शामिल होना भारी पड़ सकता है। मुख्य कार्यापलन अधिकारी ने तीन दिन के भीतर काम पर लौटने का आदेश दिया है। आदेश की नाफरमानी पर नौकरी से पृथक करने को कहा है। नोटिस के बाद पंचायत संवर्ग शिक्षाकर्मियों में हड़कम्प है। लेकिन हड़ताली शिक्षाकर्मी संगठन प्रमुख ने धमकी को नजरअंदाज करने को कहा है।

              शासन के आदेश पर कोटा जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बेमियादी हड़ताल में शामिल 12 शिक्षकों को नौकरी से निकाले जाने का अल्टीमेटम दिया है। जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने नोटिस जारी कर बताया है कि तीन दिनों के भीतर सभी 12 शिक्षक काम पर नहीं लौटते हैं तो बर्खास्त कर दिया जाएगा।

                  कोटा जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के अनुसार 12 अप्रशिक्षित शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। सभी शिक्षक 20 नवम्बर से बेमियादी हड़ताल पर हैं। जिसके कारण स्कूलों की पढ़ाई पर प्रभाव पड़ा है। जिन 12 शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है यदि तीन दिन के भीतर अध्यापन कार्य में उपस्थित नहीं होते है तो उन्हें शासन के निर्देश पर बर्खास्त कर दिया जाएगा।

                          महागठबंधन के नेता अमित नामदेव ने बताया कि शासन की धमकी के आगे झुकने वाले नहीं हैं। सरकार डर चुकी है। 12 शिक्षकों के खिलाफ तुगलकी फरमान जारी किया गया है। बावजूद इसके पंचायत शिक्षक डरने वाले नहीं है।

            कोटा जनपद पंचायत से जारी आदेश के खिलाफ सभी 12 शिक्षकों ने नाराजगी जाहिर की है। जिन 12 शिक्षकों के खिलाफ जनपद पंचायत ने आदेश जारी किया है उनमें प्रमुख रूप से प्राथमिक पाठशाला कुरम्हडाखोल के शिक्षक कमल किशोर तिवारी का नाम है। अन्य प्रमुख नामों में प्राथमिक पाठशाला मोहतरा से सुरेन्द्र बहादुर पटेल,प्राथमिक पाठशाला भनवारटंक से सताक्षी कौशिक,प्राथमिक पाठशाला खैरझींटी से जगदीश सिंह पैकरा, प्राथमिक पाठशाला विचारपुर से संगीता करसायल, प्राथमिक पाठशाला कनि.हरिजन पारा से मोहम्मद उबैद, औरापानी स्कूल से कार्तिकराम बैगा,छेरकाबांधा से अनिमेष दीक्षित,चुरेली से आकाश कुमार बैगा,ढोड़ीनार से कैलाश सिंह,नवाडीह प्राथमिक स्कूल से अशोक कुमार बैगा और प्राथमिक पाठशाला टीकरीपारा से देवकी पोर्ते का नाम शामिल है।

                    मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने आदेश में कहा है कि यदि सभी शिक्षक काम पर नहीं लौटते हैं तो उन्हें ना केवल बर्खास्त किया जाएगा। बल्कि आदेश नहीं मानने वाले शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।

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