रायपुर—जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ मीडिया प्रमुख इकबाल अहमद रिजवी ने शिक्षाकर्मियों की संविलियन मांग का समर्थन किया है। रिजवी ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि सरकार शिक्षाकर्मियों में दहशत पैदा कर रही है। आंदोलन को दबाया जा रहा है। लेकिन राष्ट्रनिर्माता शिक्षकों की दृढ़ इच्छा शक्ति को कोई भी ताकत झुकने को मजबूर नहीं कर सकती है।
प्रेस नोट जारी कर रिजवी ने कहा कि शिक्षाकर्मियों की मांग के आगे भाजपा सरकार को झुकना ही होगा। शिक्षाकर्मी परिवार के साथ हड़़ताल में शामिल हो रहे हैं। लेकिन सरकार शिक्षाकर्मियों की मांग को सुनने को तैयार नहीं है। शिक्षाकर्मियों की जायज मांग की चिंगारी आगामी विधानसभा चुनाव तक फैलेगी। 2018 में यह चिंगारी ज्वाला बन जाएगी।
रिजवी ने बताया कि प्रदेशवासी शिक्षाकर्मियों के साथ हैं। मांगो का समर्थन करते नजर आ रहे है। 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मियों ने हाथों में कीलें ले रखी है। सरकार को कीलों का अर्थ समझ में नहीं आ रही है। इन सबसे बेखबर भाजपा सरकार मदमस्त है। चौथी बार सत्तासीन होने के लिए मुंगेरीलाल की तरह सपनो में तल्लीन है।
रिजवी ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के 2002 में अनुदान प्राप्त स्कूली शिक्षकों और चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों का संविलियन किया था। रमन सरकार को जोगी के निर्णय का अनुशरण करना चाहिए। लेकिन सरकार नीदं से जागने को तैयार नहीं है। 2018 में जोगी सरकार बनते ही शिक्षाकर्मियों की सभी जायज मांगो को पूरा करने का संकल्प ले लिया है।