बिलासपुर— दो साल बाद जिला सहकारी बैंक में मुन्नालाल रजवाड़े की वापसी हुई है। इसी के साथ दो साल बाद प्रशासक राज खत्म हो गया। 2015 में मुन्नालाल रजवाड़े के चुनाव को गलत साबित कर संचालक मंडल को भंग कर दिया गया था। मुन्नालाल ने सहकारिता ट्रिब्यूनल में निर्णय के खिलाफ याचिका पेश कर चुनौती दी। ट्रिब्यूनल ने निर्णय को सही बताया। मुन्नालाल ने हाईकोर्ट की शरण जाना पड़ा। कोर्ट के निर्देश पर पुनर्विचार करते हुए ट्रिब्यूनल ने मुन्नालाल के पक्ष में निर्णय सुनाया।
दो साल बाद मुन्नालाल रजवाड़े को जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष की कुर्सी मिल गयी है। मु्न्नालाल के पहुंचने का बैंक कर्मचारी सुबह से इंतजार करते रहे। दोपहर बैंक पहुंचते ही कर्मचारियों ने मुन्नालाल का फूलमाला के साथ आतिशी स्वागत किया। जमकर ढोल ताशे बजे। इस दौरान संचालक मंडल भी मुन्नालाल के साथ नजर आया।
स्वागत सत्कार के दौरान मुन्नालाल रजवाड़े मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक तिवारी से कक्ष में जाकर मुलाकात की। तिवारी ने अध्यक्ष मुन्नालाल रजवाड़े समेत संचालक मंडल के उपाध्यक्ष समेत सभी सदस्यों को बधाई दी। पदभार ग्रहण के बाद मुन्नालाल रजवाड़े पत्रकारों से बातचीत की।
पत्रकारों को रजवाड़े ने बताया कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन जीत अंत में उसी की होती है। उन्होने कहा कि बैंक के बेहतरी के लिए क्या कुछ किया जा सकता है संचालक मंंडल से विचार विमर्श किया जाएगा। बैंक घाटे से मुश्किल से निकला है के सवाल पर रजवाड़े ने कहा बैंक को जिसने भी नुकसान पहुंचाया है ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।