रायपुर।अनुसूचित जनजाति-जाति के 27 जातियों के 85 उच्चारण विभेदों को छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने अपनी मान्यता प्रदान कर दी है। इस लोकव्यापी ऐतिहासिक निर्णय पर भारतीय जनता पार्टी जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद रामविचार नेता ने छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।आभार प्रकट करते हुएनेताम ने आगे कहा कि इस प्रकार का निर्णय लिये जाने से छत्तीसगढ़ शासन एवं उनके मुखिया डॉ. रमन सिंह की अनुसूचित जनजाति-जाति वर्ग के लोगों के प्रति संवेदनशीलता परिलक्षित होती है। उल्लेखनीय है कि श्री नेताम द्वारा उक्त संबंध में विभिन्न स्तरों पर निरंतर प्रयास किया जाता रहा है।
राजपत्र में प्रकाशित अनुसूचित जनजाति/जाति को राज्य सरकार द्वारा कई प्रकार की सुविधाएं एवं लाभ प्रदान किया जाता है, इसके बावजूद उक्त आरक्षित वर्ग के 85 उच्चारण विभेदों के 27 जातियों को जहां विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था, वहीं अनुसूचित जनजादित/जाति वर्ग का होते हुए भी लोगों को जाति प्रमाणपत्र बनाने के लिए दरबदर भटकना पड़ता था।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लिये गये ऐसे हितकारी निर्णय से निश्चित रूप से सुदूर वनांचल क्षेत्रों में निवास करने वाले इन जातियों को व्यापक एवं दूरगामी लाभ होगा तथा इस हेतु अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग छत्तीसगढ़ शासन एवं उसके मुख्या डॉ. रमन सिंह के प्रति आभारी रहेंगे। श्री नेताम ने यह भी कहा कि चूंकि इस निर्णय से लोगों को प्रत्येक्ष एवं अप्रत्यक्ष दोनों प्रकार का लाभ होगा। इस हेतु प्रदेश स्तर पर छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह तथा विभागीय मंत्री केदार कश्यप के अभिनंदन हेतु समारोह का आयोजन किया जाएगा।