धमतरी—जिला पंचायत ने सर्कुलर जारी कर मूत्रालय निरीक्षण करने का काम शिक्षाकर्मियों ौर अन्य सामान्य शिक्षकों को दिया है। आदेश के अनुसार शिक्षक और क्लास प्रमुख को मूत्रालय का रिपोर्ट प्रधानाध्यपक और संकुल समन्वयक को देना होगा। जिला पंचायत धमतरी के सर्कुलर का शिक्षाकर्मियों ने विरोध किया है।शिक्षक मोर्चा संचालकों ने सर्कुलर के खिलाफ कड़ी नाराजगी जाहिर की है। जिला पंचायत के अव्यवहारिक आदेश को लेकर हड़कम्प के साथ ही इस बात को लेकर भी चर्चा है कि है कि छात्रों के बीच शिक्षिका और छात्राओं के बीच शिक्षक निरीक्षण के काम को कैसे अंजाम देंगे। शिक्षक मोर्चा संचालकों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
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शिक्षाकर्मी और सामान्य शिक्षक अब मूत्रालय का निरीक्षण करेंगे। जिला पंचायत धमतरी के इस आदेश के बाद शिक्षक मोर्चा संघ में भयंकर नाराजगी है। जिला पंचायत के तुगलकी फरमान का शिक्षक पंचायत नगर निगम मोर्चा प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने आक्रोश जाहिर किया है। संजय ने बताया कि कम लागत से बनाए गए मूत्रालय की पहरेदारी करने के आदेश को समझा जा सकता है। संजय के अनुसार धमतरी जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने अव्यवहारिक और अशोभनीय आदेश जारी कर शिक्षक जगत को अपमानित किया है। शिक्षकों से मूत्रालय निरीक्षण का काम लेना न केवल अमर्यादित बल्कि विद्यार्थियों के निजता का खुला उलंघन भी है ।
संजय ने बताया कि धमतरी जिले के विद्यालयों में पढ़ने और पढ़ाने वाले छात्र छात्राओं और शिक्षकों का अपमान है। शिक्षाकर्मी नेता ने बताया कि आदेश में कहा गया है कि बच्चे मूत्रालय का उपयोग कर रहे हैं या नहीं…इसकी जानकारी नियमित दी जाए। इसके अलावा मूत्रालय की साफ सफाई किस तरह है प्रतिवेदन संकुल समन्यक को दिया जाए।
निजता का उल्लंघन..करेंगे विरोध
जिला पंचायत से जारी आदेश के अनुसार मूत्रालय के उपयोग, रखरखाव, व्यवहार परिवर्तन, भौतिक निरीक्षण की जानकारी के साथ ही बच्चों के मूत्र विसर्जन करते समय का फोटोग्राफ लेना अनिवार्य है।प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने बताया कि शिक्षक जब जायज मांगों को लेकर हड़ताल करते हैं तो शासन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होने की दुहाई देता है। शासन को बताना होगा कि मूत्रालय निरीक्षण पर शिक्षकों को तैनात किये जाने के बाद क्या पढ़ाई को नुकसान नहीं होगा। ऐसे करने से क्या शिक्षा गुणवत्ता प्रभावित नही होगी? शासन को यह भी बताना होगा कि शिक्षकों के साथ कक्षा नायकों को निरीक्षण कार्य पर क्यों लगाया जा रहा है। क्या इससे होनहार कक्षा नायकों की पढ़ाई को नुकसान नहीं होगा। प्रदेश संचालक ने कहा कि निजता हनन करने वाले अशोभनीय कार्य पर तत्काल रोक लगायी जाए। अन्यथा ऐसे कार्य का पुरजोर विरोध किया जाएगा।