बिलासपुर— भाजपा की संवैधानिक मजबूरी है अन्यथा विधानसभा सत्र बुलाते ही नहीं। सवाल जबाब से बचने के लिए छत्तीसगढ़ विधानसभा को चार दिन बाद ही खत्म कर दिया गया। गुजरात चुनाव में भी प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के सवालों का जवाब नहीं दिया। दरअसल भाजपा के नेता जवाबदेही बच रहे हैं। उनके पास जनता के सवालों का जवाब ही नहीं है। साल 2018 चुनाव में छत्तीसगढ़ सभी विधानसभा की अलग अलग रणनीति होगी। इस बार हर सूरत में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी। जोगी कांग्रेस में आ रहे हैं इसकी जानकारी हमें तो नहीं है..हां पत्रकारों को होगी तो मुझे कुछ नहीं कहना है। यह बातें पत्रकारों से छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव पी.एल.पुनिया ने कही। पुनिया ने बताया कि नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी। अब जब प्रधानमंत्री को देश का बाप बताया जा रहा है तो प्रधानमंत्री की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव और प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया का बिलासपुर प्रथम आगमन हुआ। कांग्रेस नेताओं ने रेलवे स्टेशन से लेकर छत्तीसगढ़ भवन तक शानदार स्वागत किया। पी.एल.पुनिया छत्तीसगढ़ भवन में पत्रकारों से रूबरू हुए। पुनिया ने बताया कि बाबा गुरू घासीदास जयंती कार्यक्रम 31 दिसम्बर तक चलेगा। बाबा घासीदास का वचन जितना उस समय प्रासंगिक था उतना आज भी है। मैं बाबा घासीदास को नमन् करने आया हूं। बाबा घासी दास का उपदेश महात्मा गांधी ने भी आत्मसात किया। सत्य,अहिंसा, सेवा को आजादी का माध्यम बनाया।
क्या राष्ट्रपिता भी बदलने वाले हैं कि जवाब में पुनिया ने कहा कि यह तो संस्कार की बात है। भाजपा नेताओं में इसकी बहुत कमी है। जानकारी मिली है कि भाजपा के एक नेता ने प्रधानमंत्री मोदी को देश का बाप बताया है। ऐसे लोगों से उम्मीद ही क्या की जा सकती है। भाजपा सांसद ने राष्ट्रपिता की हत्या करने वाले नाथूराम को देशभक्त बताया है। मजेदार बात है कि प्रधानमंत्री के पास इस टीका टिप्पणी के खिलाफ बोलने का समय नहीं है। पुनिया ने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे आर.एस.एस का कार्यकर्ता था। अब तो मंदिर बनाकर पूजा जा रहा है।
गुटबाजी के सवाल का जवाब देते हुए पत्रकारों को पुनिया ने बताया कि हमारे शीर्ष नेतृत्व भूपेश बघेल, डा.चरमदास महंत,टी.एस सिंह रविन्द्र चौबे,धनेन्द्र साहू,मोहम्मद अखबर,सत्यनारायण शर्मा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने संकल्प लिया है कि भाजपा की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकना है। कहीं गुटबाजी जैसी बात नहीं है। देखते रहिए साल 2018 में भाजपा सरकार की क्या हालत होती है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भगदड़ है….एकता तो दूर..कार्यकर्ता आपस में उलझे रहते हैं। ऐसे में भाजपा को रणनीति से हराने का दावा करते हैं। पुनिया ने बताया कि रणनीतिक को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। हां…अलग अलग विधानसभा के लिए अलग-अलग रणनीति होगी। बूथ स्तर पर विधानसभा वार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक साल के अन्दर हमारा ग्रास रूट पर संगठन मजबूती के साथ काम करना शुरू देगा। क्योंकि पार्टी की जीत ग्रास रूट के नेताओं के दम पर ही होती है।
गुटबाजी और आन्तरिक कलह के कारण धीरे-धीरे देश के 19 राज्य आपके हाथ से निकल गए हैं। फिर छत्तीसगढ़ में जीत का दावा किस आधार पर कर सकते हैं। जबकि गुटबाजी के कारण ही अभी तक संगठन चुनाव अधर में लटका है। पुनिया ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है। देश के सभी राज्यों के संगठन चुनाव पूरा हो चुका है। एक साथ पदाधिकारियों के नाम का एलान किया जाएगा। पुनिया ने बताया कि पिछले चुनाव में दशमलव सात तीन प्रतिशत वोट ज्यादा था। लेकिन इस बार भाजपा को बुरी हार होने वाली है। इस वोट प्रतिशत में भाजपा बहुत पीछे रहने वाली है।
मुद्दे होने के बाद भी कांग्रेस नेता आक्रामक नहीं है। पुनिया ने बताया कि कांग्रेस पार्टी हर मामले में आक्रामक है। मुद्दों को मजबूती के साथ उठाया है। किसानों के बोनस और आत्महत्या को लेकर विधानसभा का घेराव किया गया। कांग्रेसियों ने गिरफ्तारी भी दी। शिक्षाकर्मियों के मुद्दे को भी उठाया गया। शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन किया। सरकार दबाब में आयी। कांग्रेस के दबाव में आकर शिक्षकों को सरकार ने जेल से ना केवल छोड़ा बल्कि समझौता भी किया। समझौता कांग्रेस के दबाव में ही हुआ है।