बिलासपुर—कांग्रेस नेताओं के बीच रात्रि के झगड़़े का असर सुबह तक देखने को मिला। स्वागत करने छत्तीसगढ़ भवन पहुंचे कांग्रेस नेताओं से भूपेश ने मिलने से इंकार कर दिया। जिला कांग्रेस नेताओं को वरिष्ठ नेता चरणदास महंत, अरूण उरांव,शिव डहरिया ने जमकर फटकारा। तीनों नेताओं ने कार्रवाई के भी संकेत दिए। नेताओं ने कहा कि जो कुछ एक दिन पहले राष्ट्रीय महासचिव के सामने हुआ.. पार्टी की छवि को नुकसान हुआ है।
मालूम हो कि रविवार शाम कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया का बिलासपुर प्रथम नगर आगमन हुआ। पुनिया के साथ प्रदेश प्रभारी सचिव अरूण उरांव, पुूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.चरणदास महंत और अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव डहरिया का शहर के चौक चौराहों पर जिला कांग्रेस नेताओं ने पुनिया का ढोल ताशे और फूल माला के साथ स्वागत किया गया। जगह-जगह तैयार मंच से पुनिया ने कांग्रेसियों को संबोधित किया। छत्तीसगढ़ भवन पहुंचते ही पत्रकारों के सामने कांग्रेस नेताओं की असलियत उजागर हो गयी। दो कांग्रेस नेता पुनिया के सामने ही तू-तू,मैं-मैं करने लगे। मामला हाथापाई तक पहुंचे इसके पहले पूर्व केन्द्रीय मंत्री चरणदास महंत ने दोनों को किसी तरह शांत कराया।
सोमवर सुबह कांग्रेस नेताओं की भीड़ पुनिया के स्वागत में छत्तीसगढ़ भवन पहुंची। लेकिन राष्ट्रीय नेताओं को मूड काफी उखड़ा हुआ था। खासकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री चरणदास महंत, अरूण उरांव और डॉ.शिव डहरिया ने आने वाले सभी कांग्रेस नेताओं को जमकर फटकारा। वरिष्ठ नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि एक की गलती से कांग्रेस को हर जगह शर्मिन्दगी का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग आदतों से बाज नहीं आए तो खामियाजा भुगतने को तैयार रहें।
महंत,उरांव और डहरिया ने जिले के सभी वरिष्ठ कांग्रेसियों को बताया कि रविवार शाम की घटना से राष्ट्रीय महासचिव बहुत नाराज हैं। मामले की जानकारी ऊपर तक चली गयी है। पुनिया किसी से मिलना नहीं चाहते हैं। पता लगाया जाएगा कि वाद विवाद कहीं प्रायोजित तो नहीं था। समझने का प्रयास किया जाएगा कि एक दिन पहले राष्ट्रीय नेता का गर्मजोशी से स्वागत करने वाले कांग्रेसी कार्यक्रम के अंत में क्यों उलझ गए।
चरणदास,अरूण उरांव और शिव डहरिया जब फटाकर लगा रहे थे उस दौरान जिले के सभी कांग्रेस नेता और संगठन पदाधिकारी मौजूद थे। सबके मुंह लटके हुए थे। तीनों नेताओं ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाही का संकेत दिया।
सुबह फूल माला लेकर पुनिया के स्वागत में पहुंचे कांग्रेसी एक दूसरे से कहते रहे कि कुछ लोगों ने तालाब को गंदा कर दिया है।इस दौरान सभी नेता वरिष्ठ नेताओं से आंख छिपाते रहे। खासकर उरांव की नाराजगी के सामने किसी नेता ने मुंह खोलने की हिम्मत नहीं की। इस दौरान राजेन्द्र शुक्ला, नरेन्द्र बोलर,शैलेष पाण्डेय, शेख नजरूद्दीन,शिवा मिश्रा,अभय नारायण राय,पंकज सिंह, त्रिलोक श्रीवास,प्रमोद नायक, अनिल चौहान,अजय सिंह समेत कई कांग्रेसी मौजूद थे। महिला कांग्रेस नेत्रियां भी उपस्थित थीं.
फटकार के समय पीसीसी चीफ भूपेश बघेल कमरे में ही थे। जानकारी मिली कि बघेल फ्रेश हो रहे हैं। इसके बाद कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। लेकिन भूपेश बघेल फ्रेश होने के बाद वरिष्ठ नेताओं के साथ अकलतरा के लिए साउथ बिहार ट्रेन पकड़ने स्टेशन रवाना हो गए। कयास लगाया जा रहा है कि सार्वजनिक वाद विवाद की घटना के बाद भूपेश बघेल बहुत नाराज हैं। कयास लगाया जा रहा है कि राष्ट्रीय महासचिव पुनिया के सामने बदतमीजी करने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भूपेश बघेल कार्रवाई कर सकते हैं।