भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया पितृ पुरूष को याद…बताया–राजनीति के कुशल शिल्पकार थे लखीराम

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

IMG-20180124-WA0024बिलासपुर–भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने पितृ पुरूष स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल को पुण्यतिथि पर याद किया। नगर में जगह-जगह गरीबों, बेसहारों के बीच विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर फल,कम्बल, और शाल का वितरण किया। कार्यकर्ताओं ने स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल को ना केवल भाजपा का पितृपुरूष बल्कि भारतीय राजनीति का भीष्म भी बताया।

                   नगर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वर्गीय लखीराम को पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन भेंट कर याद किया। जगह जगह विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पश्चिम मंडल ने कल्याम कुंज बृद्धाआश्रम फल,कम्बल और शाल का वितरण किया।

             एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल को भारतीय राजनीति का भीष्म बताया। मनीष ने कहा कि लखीराम अग्रवाल अविभाज्य मध्यप्रदेश में प्रदेश के सर्वमान्य नेताओं में शुमार रहे। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी, पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, स्वर्गीय कुशाभाऊ ठाकरे,स्वर्गीय राजमाता विजयराजे सिंधिया के साथ लखीराम अग्रवाल ने भाजपा को ना केवल मजबूत किया। बल्कि जनसंघ से होकर पार्टी को शिखर तक पहुचाया।

                      स्वर्गीय लखीराम का भारतीय राजनीति में अलग स्थान है। उन्हें सभी राजनीतिक दलों से सम्मान हासिल हुआ। लखीराम अग्रवाल को राजनीति के कुशल शिल्पकार के रूप में याद किया जाता है। स्वर्गीय लखीराम के प्रयास से ही छत्तीसगढ़ में भाजपा को सत्ता के दरवाजे तक पहुंचने का मौका मिला। राजनीति से हटकर सामाजिक गतिविधियों में आज भी लखीराम का नाम सम्मान के साथ लिया जाता है।

                    मनीष ने बताया कि लखीराम अग्रवाल के प्रयास से भारत के नक्शे में छत्तीसगढ़ का उदय हुआ। उन्ही के सिद्धान्तों पर चलकर भाजपा सरकार को पिछले पन्द्रह सालों से जनता का आशीर्वाद मिल रहा है।

                     मनीष अग्रवाल ने पश्चिमी मण्डल नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कल्याणकुंज आश्रम में शाल,मिठाई,कम्बल और फल का वितरण किया। इस दौरान रमेश लालवानी,सहदेव कश्यप, दीपक सिंह ठाकुर,अजीत भोगल, सुशील श्रीवास्तव समेत सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं मौजूद थे। वृद्धाश्रम समेत मौजूद सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने तैलीय चित्र पर श्रद्धासुमन भेंटकर पितृपुरूष को याद किया। कार्यकर्ताओं ने आश्रम के बुजुर्गों से आशीर्वाद भी लिया।

close