आरोपी के हाथों लगा वर्दी पर तिरंगा..?..NSUI नेता ने किया सम्मान…और ताकती रही… पुलिस

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–ऐसे आरोपी जिनके खिलाफ थाने में  अपराध दर्ज हो…जिसकी तलाश पुलिस को हो…एेसे आरोपी अब पुलिस को वर्दी पर तिरंगा लगाकर सम्मानित करेंगे। बैज लगवाकर पुलिस प्रशासन भी सम्मानित मससूस करेगा। इस बार गणतंत्र दिवस पर कुछ ऐसा ही हुआ। लिखित तो नहीं…लेकिन प्रत्यक्ष देखने वालो और खुद आरोपी के फेसबुक से इसकी जानकारी मिली है। मजेदार बात है कि पुलिस को इस आरोपी की गहन तलाश भी थी। आश्चर्य की बात है कि बैज लगाते समय पुलिस आरोपी को नहीं पहचान पायी। जबकि  आरोपी के खिलाफ तारबाहर थाना में दर्ज एफआईआर अभी भी जिन्दा है।इस बात गणतंत्र दिवस के मौके पर सबकुछ ठीक ठाक हुआ। लेकिन एक फोटो और दृष्य ने लोगों को बेचैन कर दिया है। तारबाहर थाना में दर्ज शिकायत के बाद जमानत से पहले फरार आरोपी पुलिस वर्दी पर तिरंगा बैज लगाते पाया गया। जानलेवा मारपीट करने वाले आरोपी वसीम खान को पुलिस की गहन तलाश थी। लेकिन बैज लगाते समय वसीम खान पुलिस के आलाधिकारियों को नजर नहीं आया।

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मालूम हो कि व्यापार स्थित त्रिवेणी सभागार में अधिराज बिल्डर के खिलाफ ट्रिब्यूनल कोर्ट के फरमान पर जनसभा का आयोजन किया गया था। इसी दौरान जनता कांग्रेस नेताओं और कांग्रेस नेताओं में कहासुनी हुई। कहासुनी मारपीट तक पहुंच गयी। कांग्रेस नेता अकबर खान,एनएसयूआई नेता वसीम खान समेत अन्य कांग्रेसियों के साथ जनता कांग्रेस नेता विक्रांत तिवारी और साथियों के बीच जमकर मारपीट हुई। मारपीट के दौरान जनता कांग्रेस नेता के सिर और आंख पर गंभीर चोट पहुंची। एनएसयूआई नेता वसीम खान ने विक्रांत पर किसी नुकिले हथियार से हमला किया…जैसा कि पुलिस कप्तान को दिए फुटेज से साबित हुआ। पुलिस कार्रवाई के बाद डाक्टरों ने बताया कि विक्रांत के सिर में अंदरूनी चोट आयी है। 15 से 20 दिनों तक विक्रांत तिवारी को गहन चिकित्सा कक्ष में इलाज हुआ।विक्रांत तिवारी की शिकायत पर तारबाहर थाना में एफआईआर IMG-20180126-WA0051दर्ज किया गया।  वसीम खान समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। शिकायत लिखे जाने के बाद वसीम खान फरार हो गया। फरारी के दौरान पुलिस ने बताया कि वसीम खान को हर हालत में पकड़ा जाएगा। फिर भी पुलिस वसीम को पकड़ने में नाकामयाब रही थी।

पुलिस अधिकारियों ने लगवाया तिरंगा बैज
तारबाहर थाना में अपराध दर्ज होने के बाद पुलिस को एनएसयूआई नेता वसीम खान की तलाश थी। आश्चर्च की बात है कि जब वसीम खान सामने आया तो पुलिस पहचान नहीं सकी। यह जानते हुए भी कानून के हाथ बहुत लम्बे होते है। लेकिन हाथ इतना छोटा हो गया कि बैज लगाते समय पुलिस के हाथ वसीम के गिरेबान तक नहीं पहुची। एनएसयूआई नेता वसीम खान पुलिस के आलाधिकारियों को ना केवल बैज लगाया बल्कि फोटो भी खिंचवाया।

विक्रांत ने दिया वीडियो फुटेज
मारपीट के समय का फुटेज अमित जोगी, विक्रांत तिवारी,मणिशंकर, बबला समेत जनता कांग्रेस के आला नेताओं ने तात्कालीन पुलिस कप्तान को दिया। फुटेज के आधार पर साबित हुआ कि एनएसयूआई नेता वसीम खान ने ही हाथ में रखे धारदार हथियार से विक्रांतं पर हमला किया था। हमले के बाद विक्रात के सिर से खून निकलने लगा। फुटेज के आधार पर तात्कालीन एसपी ने एनएसयूआई नेता वसीम के खिलाफ अपराध दर्ज करने का निर्देश दिया था।

फरारी लोग करेंगे पुलिस का सम्मान
बहरहाल अब स्पष्ट हो गया है कि पुलिस का सम्मान अब फरारी या जमानत पर रिहा लोग ही करेंगे। जो आरोपी साल भर पकड़ा ना जा सका..गणतंत्र दिवस और 15 अगस्त को जमानत पर रिहा होने के बाद पुलिस को बैज लगाकर सम्मानित करेगा। पुलिस भी गर्व महसूस करेगी। वाह रे…बिलासपुर पुलिस

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