रायपुर । छत्तीसगढ़ में शिक्षा कर्मियों के प्रमुख संगठन शिक्षक मोर्चा के प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने सोशल मीडिया के जरिए शिक्षा कर्मियों से अपील की है कि संविलयन के लिए सरकार पर दवाब बनाए रखना है। शिक्षा कर्मियों को अपनी एकता भी कायम रखनी है। साथ ही शिक्षा कर्मियों को आशावादी बनकर राजनैतिक पोस्ट और अभद्र टिप्पणियों से बचने की सलाह दी है।
संजय शर्मा ने कहा है कि “ मित्रों जैसे कि आप सभी को पता है ,मध्यप्रदेश में संविलियन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है, और अपुष्ट सूचनानुसार छत्तीसगढ़ में भी तैयारियां की जा रही है।अब जो भी होगा वो हम सबको समय आने पर पता चल ही जायेगा।“
उन्होने कहा कि मैं ये नहीं कहता कि अगले माह हमारा संविलियन हो जाएगा मगर एक बात आप सब भली – भांति जानते हैं कि शासन ही संविलियन कर सकती है। हमें शासन पर दबाव बनाए रखना है। चुनाव नजदीक है और आहिस्ता – आहिस्ता माहौल गरम हो रहा है। मगर कुछ बातें हैं, जो हमे इस बीच याद रखना होगा।उन्होने ध्यान दिलाया है कि हमें शासन की गलत नीतियों और अव्यवहारिक आदेशों का विरोध करना है ,न कि शासन का….। साथ ही चुनाव सम्बन्धी पोस्ट करने से परहेज़ करें।राजनीतिक पोस्ट न करें। संजय शर्मा ने कहा कि आपका वोट निजी है उसे सार्वजनिक न करें। किसी भी राजनेता पर अभद्र टीका टिप्पणी करने से बचें। शासन की नज़र सोशल मीडिया पर है अतः व्यवहार संयमित रखें। हम समस्त शिक्षाकर्मी एक हैं और हमे इस एकता को बनाये रखना है।
संजय शर्मा ने कहा कि संघ के पदाधिकारियों पर विश्वास रखें, वर्तमान में संघ की कार्यप्रणाली आप देख ही चुके हैं। किसी का अहित नहीं होगा। आपस मे न लड़े।उन्होने यह भी ध्यान दिलाया है कि कुछ सज़्ज़न प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर भी गलत टिप्पणी कर देते हैं, याद रखिये ये मीडिया ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। मीडिया से दुश्मनी हमें भारी पड़ सकती है। संघ पर विश्वास करें और आशा वादी बनें, निराश होकर कुछ नहीं मिलने वाला। जो बिना डरे अंत तक आंदोलन में शामिल थे वो जानते हैं कि इस आंदोलन से क्या मिल सकता है…? बाकी सिर्फ कमियां ढूंढने में अपनी शक्ति बरबाद कर रहे हैं।उन्होने शिक्षा कर्मी साथियों से संयम बनाए रखने की अपील की है।