रामकथा के अंतिम दिन….मंत्री झूमें,संत्री झूमा…झूमा संत समाज…हाथ उठा नर नारी झूमें…बोले जय रघुनाथ

BHASKAR MISHRA
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  बिलासपुर— रामकथा के अंतिम दिन पंडाल को एक साथ झूमते देका गया…हजारों हाथ की तालियों से आसमान गूंज उठा। चारो तरफ केवल एक ही नाम गूंंज रहा था….राम । ऐसा हो भी क्यों ना…. क्योंकि भगवान राम चौदह साल बाद वनवास खत्म कर अयोध्या लौट रहे थे। भरत अयोध्या में मुनादी कर रहे थे…भगवान आ रहे हैं। इसके पहले महाराज विजय कौशल ने लक्ष्मण मुर्छा,मेघनाथ बध, रावण बध, मंदोदरी विलाप,विभिषण राजतिलक समेत हनुमान गाथा को जीवंत रूप से पेश किया। महाराज ने भरत त्याग को बहुत ही सजीव ढंग से सबके सामने रखा। अध्योध्या लौटने की गाथा सुनते ही पंडाल में बैठे हजारो श्रद्धालु दोनों हाथ उठाकर तालिका बचाने लगे। मंत्री,संत्री,साधु समाज भी अपने आपको खुशी में थिरकने से रोक नही सका।

             
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                       रामकथा के अंतिम दिन संत विजय कौशल महाराज ने भगवान राम के वन से अयोध्या आगमन को कुछ इस अंदाज में पेश किया कि पंडाल में बैठे हजारो श्रद्धालु खड़े होकर झूमने लगे। कथा का भाव प्रवाह इतना तेज था कि कोई श्रद्धालु राम नाम से अछूता नजर नहीं गया। खुद मंत्री अमर अग्रवाल,पुन्नुलाल मोहिले,मेयर किशोर राय को भी आम जनता के साथ उठकर ताली बजाने को मजबूर होना पड़ा।

                   संत विजय कौशल महाराज ने रामकथा के अंतिम दिन बहुत ही सुन्दर अंदाज में लक्ष्मण मुर्छा प्रसंग सुनाया। राम विलाप का भावुक संवाद पेश किया। हनुमान की संजीवनी बूटी अभियान और मेघनाथ बध कथा को जीवन्त किया। विजय कौशल महाराज ने बताया कि अंत में भगवान राम ने रावण बध कर असत्य पर सत्य का पताका फहराया। मंदोदरी को संत्वना और विभिषण का राजतिलक कर भगवान पुष्पक विमान से अय़ोध्या लौटे। इसके पहले हनुमान को अयोध्या पहुंच भरत तक लौटने का संदेश देने को कहा।

            संदेश मिलते ही भरत ने खुद मुनादी कर अयोध्यावासियों को बताया कि भगवान आ रहे हैं। इसके बाद अयोध्यावासियों की मौजूदगी में राम का राजतिलक हुआ।

झूमा उठा पंडाल…बोला राम से बड़ा राम का नाम

                                  राम के अयोध्या लौटने के जश्न में पंडाल खुशियों मे डूब गया। पंडाल में बैठे लोगों ने  राम का जयघोष किया। मंत्री संत्री,साधुसमाज और नर नारियों ने जयरघुनायक कह आवाज को बलुंद किया। कार्यक्रम के अंत में भक्तों ने हनुमान राम और गुरूदेव संतविजय कौशल महाराज की आरती कर आशीर्वाद लिया।प्रसाद का भी वितरण किया।

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