कुपोषण की सूची में बिलासपुर अव्वल ..जोगी ने पूछा…कहां जा रहा भारी भरकम बजट..CM का जिला भी रिकार्ड होल्डर

BHASKAR MISHRA
2 Min Read

रायपुर—-महिला एव बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने सदन में बताया कि साल 2017 में कुपोषण की रोकथाम पर लगभग 465 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। इस समय प्रदेश के 5 लाख 35 हज़ार बच्चे कुपोषित हैं। मंत्री ने मरवाही विधायक अमित जोगी अपने सवाल का जवाब सुनते ही जमकर भड़के। उन्होने कहा कि क्या सरकार करोड़़ों रूपए खर्च बच्चों को कुपोषित बनाने के लिए कर रही है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                               रिकार्ड कुपोषित बच्चों की जानकारी आने के बाद अमित जोगी ने कहा कि चारो तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। एक मंत्री कहती हैं कि कुपोषण रोकथाम के लिए शासन स्तर पर  7 योजनाएं चल रही हैं। साल दर साल कुपोषण से बचाने बजट बढ़ाया जा रहा है लेकिन कुपोषित बच्चों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश में 5 लाख 35 हज़ार 75 कुपोषित बच्चों का रिकार्ड चौंकाने वाला है। सबसे ज्यादा 44 हजार से अधिक बच्चे बिलासपुर जिले में कुपोषित हैं। दूसरे नंबर पर मुख्यमंत्री का गृह जिला राजनांदगांव है। यहा 36 हजार से ज्यादा बच्चे रिकार्ड किये गए हैं। दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में पिछले साल के मुकाबले कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़ी है।

           विधानसभा में मंत्री के सवाल के बाद नाराज मरवाही  विधायक ने कहा कि योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वन नहीं किया जा रहा है। योजनाओं का पूरा पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है? अपने गृह जिले में सर्वाधिक कुपोषित बच्चों की संख्या होने पर अमित जोगी ने नाराजगी जाहिर की। इस दौरान अमित जोगी ने गोद लिए बच्चे को फ़र्ज़ी तरीके से कुपोषित ठहराये जाने वाली घटना पर नाराजगी जाहिर की। उन्होने कहा कि षड़यत्र जनता का ध्यान भटकाने के लिए किया गया था।उन्होने कहा कि कुपोषण ख़त्म करना भाजपा सरकार के बस की बात नहीं है। मुख्यमंत्री का गृह जिला भी कुपोषण मामले में रिकार्ड होल्डर है।

close