पुलिस के हाथ आया तखतपुर विधायक का बेटा…4 अन्य लोग गिरफ्तार…पांचो पर थाने में हंगामा और तोड़फोड़ का आरोप

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— तखतपुर विधायक पुत्र समेत पाच लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पांचो ने होली के दिन ठीक 2 मार्च को थाने से लगे थाना प्रभारी के घर के सामने खडे निजी वाहन में तोड़फोड़ की। इसके पहले विधायक ने दो आरोपियों को छुडा़ने के लिए तीन बार थाने का चक्कर लगाया था। थाना प्रभारी को फोन कर दोनो आरोपियों को छोड़ने को कहा। ऐसा नहीं किये जाने से पहले विधायक राजू सिंह क्षत्री ने पहले तो थाना प्रभारी से गाली गलौच की। इसके बाद थाना स्टाफ को डराया धमकाया और थानेदार के निजी वाहन के साथ तोड़फोड़ की।मामला सामने आने के बाद पुलिस कप्तान ने एडिश्नल एसपी अर्चना झा को जल्द से जल्द कार्रवाई करने की जिम्मेदारी दी। रिपोर्ट और अन्य माध्यमों से जानकारी मिलने के बाद एडिश्ननल एसपी अर्चना झा ने आज यानि मंगलवार को विधायक पुत्र और उसके चार अन्य साथियों को पुलिस स्टाफ को जान से मारने की धमकी देने और निजी वाहन के साथ तोड़फोड़ समेत अन्य अपराध को अंजाम देने के जुर्म में हिरासत में लिया है।
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           मालूम हो कि होली के दिन तखतपुर पुलिस को हाटल संचालक से मारपीट करने की जानकारी मिली। पुलिस ने तत्काल मौके पर पुहंचकर दो युवकों को पकड़ा। दोनों को थाना में बैठाने के बाद थाने वाई.के.शर्मा गश्त पर चले गए। इस बीच विधायक पुत्र विधायक सिंह ने पुलिस स्टाफ को फोन कर कहा कि दोनों आरोपियों को बिना कार्रवाई के छोड़ दिेया। स्टाफ ने बताया कि बिना थानेदार की अनुमति से दोनों को छोड़ना मुश्किल है। इसके बाद विधायक राजू सिंंह क्षत्री थानेदार शर्मा को फोन लगाकर दोनों को छोड़ने को कहा। मना किए जाने पर विधायक ने थानेदार से जमकर गाली गलौच की। जान से मारने की धमकी भी दी।

                                      इसके बाद नाराज विधायक समर्थकों के साथ थाना पहुंच गए। थाना में बैठे स्टाफ के साथ गाली गलौच करना शुरू कर दिया। बाहर खड़े थानेदार के निजी वाहन पर गुस्सा उतारा। कार में जमकर तोड़फोड़ की।

                               विधायक के क्रोध और आक्रोश को देखने के बाद थानेदार वाय एन शर्मा ने तत्काल लिखित शिकायत की। मामले की जानकारी पुलिस कप्तान आरिफ एच.शेख को भी दी। आरिफ शेख ने र थाना दोषियों को पकड़ने का जिम्मा एडिश्नल एसपी अर्चना झा को दिया। साथ ही थाना प्रभारी का भी चेहरा बदल दिया। वाय एन शर्मा की जगह तखतपुर का थाना प्रभारी किरण सिंंह को बनाया गया। क्योंकि वा.एन.शर्मा ने अपनी लिखित मेंं बताया कि उन्हें स्थानीय विधायक से जान का खतरा है।

                   अर्चना झा ने बताया कि जांच पड़ताल में पांच लोगों को पुलिस स्टाफ के साथ बदसलूकी और थानेदार की गाड़ी से तोडफोड़ का जिम्मेदार पाया गया है। इसमें विधायक पुत्र विक्रम सिंह भी शामिल है। इसके अलावा चार अन्य लोगों को भी पकड़ा गया है।  इनके नाम संतोष सिंह पिता रमेश साहू,सरोज कुमार साहू पिता पंचराम साहू ,छन्नू सिह ठाकुर पिता कल्याण सिंह रंजित सिंह ठाकुर पिता राधे सिंह  ठाकुर सभी पकरिया के रहने वाले है।

           अर्चना झा ने सीजी वाल को बताया कि पांचो के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत विवेचना की कार्रवाई की जा रही है। मामले में संलिप्तता पाए जाने पर गिरफ्तारी और अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

                  जानकारी के अनुसार पांचोंं के खिलाफ तखतपुर थाना मे धारा 147, 294 और 427 के तहत अपराध दर्ज है।

 शिकायती नाम और गिरफ्तारी नाम में अन्तर

                         सूत्रों से जानकारी यह भी मिल रही है कि थानेदार ने जिन लोगों के खिलाफ शिकायत की है उन नामोंं में और गिरफ्तार किए गए नामों मे काफी अंतर है। विधायक राजू सिह क्षत्री के पुत्र विक्रम सिंह के अलावा गिरफ्तार किए गए  अन्य कुछ लोगों का नाम शिकायत में है ही नहीं। इसकी वजह क्या हो सकती है फिलहाल कहना मुश्किल है। कयास लगाया जा रहा है कि शायद थानेदार ने तोड़फोड़ करने वालों को ठीक से पहचाना ही नहीं। शायद यही कारण  विक्रम सिंंह की रिहाई का कारण बने…तो कोई आश्चर्य की बात नहींं होगी।

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