केन्द्रीय विश्वविद्यालय और छात्र संगठन में फिर तनाव…छात्र नेताओं ने कहा..कुलसचिव बताएं..प्रबंधन चाहता क्या हैं…

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— गुरूघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रबंधन और छात्र संगठन के बीच फिर तनाव की स्थिति बनती नजर आ रही है। छात्र संगठन पदाधिकारियों ने आज पुरानी मांगो को लेकर एक बार फिर कार्यवाहक कुलसचिव और प्रबंधन पर छात्रहित में सकारात्मक कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। छात्र संगठन के अनुससार प्रबंंधन के सामने कई बार छात्र समस्याओं की समस्याओं को  पेश किया गया बावजूद इसके आज तक किसी प्रकार का सकारात्मक प्रयास होता नहीं दिखाी दिया है। छात्रों का धैर्य खत्म होने लगा है। यदि मांगों पूरा नहीं किया जाता है तो ना केवल उग्र आंदोलन होगा बल्कि आंदोलन के बाद सभी प्रकार की समस्याओं की  जिम्मेदार केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रबंधन होगा।

             
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                      केन्द्रीय विश्वाविद्यालय छात्र संगठन और प्रबंधन के बीच एक बार फिर तनाव की स्थिति बनते नजर आ रही है। छात्र संगठन ने आठ सूत्रीय मांग को लेकर कार्यवाहक कुलसचिव के कार्यालय में धावा बोला। केन्द्रीय विश्वविद्यालय पर तानाशाही का आरोप लगाया।

                   छात्र संगठन पदाधिकारियों ने कार्यवाहक कुलसचिव को आठ सूत्रीय मांग लिखित में देते हुए कहा कि अब तक केवल आश्वासन का घूंटी पिलाया गया है। बेहतर होगा कि प्रबंधन आश्वासन के दायरे से बाहर निकलकर छात्रों की समस्याओं को दूर करे।  छात्रों ने कार्यवाहक कुलसचिव से कहा कि हमेशा की तरह इस बार भी छात्र पुरानी मांगों को दुहरा रहे हैं। प्रत्येक छात्रावास में मेस की स्थायी सुविधा दी जाए। भोजन की गुणवत्ता मे सुधार हो। पूर्व में लिए गए शपथ पत्र की सूची को बाहर लाकर समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द पूूरा किया जाए।

               छात्र नेताओं ने कहा कि टेन्डर जारी करते समय मेनू के हिसाब से छात्रों को खाना दिया जाए। मीनू की जानकारी सभी छात्र छात्राओं को हो। अवकाश के दौरान मेस से मिलने वाली सुविधाओं की भी जानकारी सभी छात्रावास में रहने वाले छात्र छात्राओं को दी जाए।

                               छात्रों ने सहायक कुलसचिव को बताया कि बालिका छात्रावास की छात्राओं को शनिवार और रविवार को आउटिंग की सुविधा हो। सभी छात्रावासों में शौचालय सबसे बड़ी समस्या है। समस्या को जल्द से जल्द दूर किया जाए।

               छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय ने जिन छात्रों को छात्रों को छात्रावास से निष्कासित किया था आश्वासन के बाद भी निष्कासन आदेश को रद्द नहीं किया गया। मा्मले को लेकर छात्रों में आक्रोश है।  यदि मांगो को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सकारात्मक कदम नहींं उठाया तो छात्रों के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। या फिर कुलसचिव ही बताएं कि आखिर प्रहंधन चाहता क्या हैं।

                        कुलसचिव ने छात्र-परिषद की मांग पर आश्वासन दिया कि 19 मार्च को छात्रावासों की समस्याओं के निराकरण को लेकर प्रशासन की बैठक होगी। बैठक में छात्र परिषद को बुलाया जाएगा।  कुलसचिव के घेराव के दौरान छात्र-परिषद के पूर्व अध्यक्ष सिद्धार्थ शुक्ला,मेघेन्द्र शर्मा, नवनिर्वाचित छात्र परिषद के अध्यक्ष उदयन शर्मा, उपाध्यक्ष अन्वेषिका मिश्रा ,सचिव सौरनाव जाना, सह सचिव विवेक शर्मा एवं सदस्यों में सुशोभित लाल,शैलेष पांडे, अनुपात गुप्ता ,गोपाल पटेल निकिता दास ,आशुतोष नायक अनुभव किरण, सत्यजीत रजनीकांत ,शशांक गुप्ता ,आकाश मिश्रा ,दीपेश साहू एवं ब्रदरहुड पैनल की ओर से जयंत भारद्वाज, राजेश,अक्षय,शाश्वत सेन स्नेहिल सराफ ,धनेंद्र बंजारे ,गौरव कपूर ,वीर सिंह ,सिद्धांत दुबे , तुषार विरवानी राहुल सिंह पवन नायडू, तुकेश्वर साहू समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे l

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