बिलासपुर— छत्तीसगढ़ राज्य तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद कलेक्टर के सामने 32 सूत्रीय मांग को रखा। मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी। इस के साथ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने कलेक्टर से मुख्यमंत्री के नाम एक लिखित निवेदन करते हुए अलग से पांच सूत्रीय मांग पर भी चर्चा की।
एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद छत्तीसगढ़ राज्य तृतीय कर्मचारी संघ ने आज कलेक्टर से मिलकर 32 सूत्रीय मांग को रखा। कर्मचारी नेता पी.आर कौशिक ने बताया कि हमने इस मसले पर पूर्व में भी मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह को अवगत कराया है लेकिन अभी तक सरकार ने हमारी मांगो को तवज्जों नहीं दिया है।
कलेक्टर से मिलकर कर्मचारियों ने एक लिखित मांग भी सौंपा है। जिसमें शिक्षकों की आयु सीमा बढ़ाने, लिपिकों को चार स्तरीय पदोन्नत केन्द्रीय और समयमान वेतनमान, निशर्त अनुकम्पा नियुक्ति, व्याख्याता और प्राचार्य पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति,शिक्षाकर्मियों को प्राचार्य पद तक पदोन्नत, दैवभो का नियमितिकरण, पचास प्रतिशत महंगाई भत्ता, पीएचई में कार्यरत कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने, 6 वेतनमान की बकाया राशि और पेंशनरों को एकमुश्त भुगतान दिये जाने की मांग मुख्य रूप से शामिल हैं।
कर्मचारी नेता पी.आर,कौशिक ने बताया कि आज हमने अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया है। आंदोलन के प्रथम चरण में हमने पांच मुख्य बिन्दुओं पर अपनी मांग को कलेक्टर को जल्द से जल्द निराकरण करने को कहा है। यदि इसके बाद भी हमारी मांगो को तवज्जों नहीं दिया तो अब उग्र आंदोलन किया जाएगा।