सुरजपुर । शिक्षक पंचायत संवर्ग को समस्या को लेकर पिछले दिनों ज़िला कलेक्टर,जिला पंचायत CEO, जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया ।जिला शिक्षक पंचायत व नगरीय निकाय कल्याण संघ के जिला अध्यक्ष निर्मला भट्टाचार्य ने बताया की पंचायत एवं न/नि.सा.शिक्षक कल्याण संघ जिला सूरजपुर ने प्रांताध्यक्ष भूपेंद्र बनाफर के मार्गदर्शन में अधिकारियों को चार सूत्रीय ज्ञापन दिया गया है ।जिसमे सहायक शिक्षक पंचायत की पदोन्नति के साथ ही प्राइवेट विश्विद्यालयों की डिग्री की जाँच की माँग प्रमुख रूप से रखी गई है।
निर्मला भट्टाचार्य ने बताया कि ज्ञापन में मांग की गई है कि जिले मे न्यायालय के आदेशानुसार सहायक शिक्षक(पं) से शिक्षक(पं) के पद पर(विषय की बाध्यता छोड़कर) वरिष्ठता के आधार पर एवं लोक शिक्षण संचनालय रायपुर से मार्गदर्शनानुसार ही पदोन्नति की प्रक्रिया प्रारंभ किया जावे।
इसी तरह प्राईवेट विश्व विघालयो जैसे मैट्रस,डाँ सी.वी.रमन तथा अन्य प्राईवेट विश्व विघालय जो छ.ग.राज्य मे स्थापित है,से प्राप्त स्नातक/स्नातकोतर की डिग्री से नियुक्ति/पदोन्नति हुए शिक्षक(पं) संवर्ग के प्रमाण पत्रों की जाचं करते हुए उन पर तत्काल कार्यवाही की जाये एवं रोक लगाई जाये । जिसे विश्व विघालय अनुदान आयोग(UGC)द्घारा दिनाकं 27/06/2013 के नोटिफीकेशन क्रमाक F.27.01/2012(CPPII) दूरस्थ शिक्षा संस्था (out of campus)से प्राप्त डिग्रियों को अमान्य कर दिया गया है।
यह भी माँग की गई है कि संकुल(जन शिक्षक)के पद हेतु खुली परीक्षा का आयोजन कराया जाये । क्योंकि इन जन शिक्षको का पाँच वर्ष का कार्यकाल पूर्ण हो चुका है।इस सूचना पूर्व मे भी पत्र क्रमाकं SKS/1/17 दिनाकं 21/12/2017 मे कि जा चुकी है।इसी तरह जिले मे सभी विकास खण्डों मे 01/04/2018 की स्थिति मे वरिष्ठता सूची का प्रकाशन कराया जाये।निर्मल भट्टाचार्य ने बताया कि सरकार जल्द से जल्द संविलियन, खुली स्थान्तरण नीति सहित अन्य अन्य मांगों की पूरा करे।
पंचायत एवं न/नि.शिक्षक कल्याण संघ जिला के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बनाफर ने कहा है कि सरकार साथ ही सहायक शिक्षक पंचायत की वेतन विसंगति मे सुधार करे। पदोनति का अधार वरिष्ठता हो.. न कि विषय बाध्यता…… पदोनति नहीं मिलने की दशा मे क्रमोन्नति का लाभ देते हुऐ नियुक्ति तिथि से से 10 साल पूरा होने पर… पहली क्रमोन्नति 20 साल पूरा होने पर…. द्वितिय क्रमोन्नति का लाभ देते हुए सहायक शिक्षक पंचायत के वेतनमान मे सुधार हो। इसके बाद ही संविलयन किया जाऐ जाय सरकार की इकाई मे बिना सहायक शिक्षक पंचायत की वेतन विसंगती मे सुधार किऐ बिना नये तीथि से गणना कर संविलयन करने पर सीधे सीधे सहायक शिक्षक पंचायत को भारी नुकसान होगा।