बिलासपुर । कांग्रेस का आरोप है कि बिलासपुर शहर में 39हजार मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाने की कवायद चल रही है । इसे रोकने के लिए कांग्रेस ने आपत्ति लगाई है । लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है । बल्कि वोटर लिस्ट में सुधार करने कांग्रेस की पहल से घबराकर भारतीय जनता पार्टी के लोग कांग्रेस नेताओं पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं । प्रशासन को चाहिए कि वह शहर के 39 हजार नामों को विलोपित करने के मामले की सक्षम अधिकारी से जांच करवाएं और जिले का निर्वाचन कार्यालय मंत्री और भाजपा के दबाव में काम ना करें ।
इस तरह की जानकारी छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने शनिवार को कांग्रेस भवन में पत्रकारों को दी । पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रस नेता शेख गफ्पार ,विजय केशरवानी, शेख नजरुद्दीन, अभय नारायण राय, रामशरण यादव भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि करीब 1 साल पहले शहर के करीब 39 हजार मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से विलोपित किए जाने की अनुशंसा के बारे में जानकारी मिली थी । इस पर शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने लिखित में आपत्ति पेश की । साथ ही 39,000 विलोपित होने वाले नामों की सूची बीएलओ की अनुशंसा सहित मांगी । जिसे निर्वाचन कार्यालय ने SDM कार्यालय में मीटिंग कर कांग्रेस कमेटी को जानकारी दी । साथ ही उस पर 2 महीने के भीतर दावा आपत्ति पेश करने के लिए कहा । उस सूची में इतनी विसंगतियां थीं कि कांग्रेस कमेटी की ओर से सर्वे कराया गया । कांग्रेस के शहर अध्यक्ष, बूथ प्रभारी घूम- घूमकर जानकारी एकत्रित कर रहे हैं और यह काम आज भी चल रहा है । इस सर्वेक्षण के दौरान कई जानकारियां सामने आई है । जिससे लगता है कि बिना पंचनामा के सूची जमा करा दी गई । कहीं भाजपा पदाधिकारियों के द्वारा सत्यापन कराया गया । कई जगह मतदाताओं के नाम विलोपित कर दिए गए । यहां तक कि कांग्रेस नेता राजू यादव की पत्नी का नाम भी वोटर लिस्ट से गायब है । पूर्व कांग्रेस विधायक ठाकुर बलराम सिंह के पुत्र आदित्य सिंह ठाकुर का नाम भी विलोपित कर दिया गया है । इस तरह से कई उदाहरण है । जिसकी आपत्ति कांग्रेस कमेटी ने लिखित रूप से दी है । लेकिन इसके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं होती ।
कांग्रेस का आरोप है कि इस तरह सर्वे कर मतदाता सूची की गड़बड़ी को सामने लाने से घबराकर भारतीय जनता पार्टी के लोग अटल श्रीवास्तव पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं । कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर मतदाता सूची में गड़बड़ी कराने का आरोप भी लगाया है । कांग्रेस का कहना है कि अगर कांग्रेस ने कोई आपत्ति निर्वाचन आयोग से की थी और इस पर निर्वाचन आयोग की ओर से कोई नोटिस दी गई है तो उससे भाजपा को कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस के पास इस बात के पूरे सबूत है कि 39 हजार नाम विलोपित किए जा रहे हैं । उनके लिए भौतिक सत्यापन कराया गया है वे सभी भाजपा के पदाधिकारी हैं । कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अगर इस वोटर लिस्ट के आधार पर चुनाव कराए जाएंगे तो पार्टी उसे अदालत में भी चुनौती देगी ।कांग्रेस ने मांग की है कि मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से विलोपित करने से पहले इस मामले की सक्षम अधिकारी से जांच कराई जाए और निर्वाचन कार्यालय मंत्री और भाजपा के दबाव में काम ना करें ।
कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल नें बाद में कमिश्नर कार्यालय जाकर इश तरह का एक ज्ञापन भी सौंपा है।