हरियर छत्तीसगढ़ का पहला पौधा डा. कलाम के नाम

Chief Editor
3 Min Read

hariyar

Join Our WhatsApp Group Join Now

रायपुर ।  प्रदेश भर में दस करोड़ पेड़ लगाने के लक्ष्य के साथ वर्ष 2015 का हरियर छत्तीसगढ़ वृक्षारोपण महा-अभियान सोमवार  से शुरू हो गया। अभियान के प्रथम दिवस पर सावन महीने के प्रथम सोमवार को आज नया रायपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में दो करोड़ पौधे लगाने के संकल्प के साथ वृक्षारोपण समारोह आयोजित किए गए। आज प्रत्येक वनमंडल के कार्य क्षेत्र में दस लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था।
बारिश की रिमझिम फुहारों के बीच नया रायपुर स्थित बॉटनिकल गार्डन में केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री  प्रकाश जावडे़कर ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों, स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थियों और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा आम नागरिकों के साथ मिलकर वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर हरियर छत्तीसगढ़ अभियान का पहला पौधा ‘कल्प-वृक्ष’ देश के ‘भारत रत्न‘ अलंकरण से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर लगाया गया। कल्प-वृक्ष का यह पौधा  प्रकाश जावड़ेकर ने लगाया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रूद्राक्ष का पौधा लगाया, वहीं वन मंत्री  महेश गागड़ा, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष  टी.एस. सिंहदेव, अध्यक्ष जिला पंचायत रायपुर श्रीमती शारदा वर्मा, नगर निगम रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे तथा राज्य सहकारी बैंक (अपेक्स बैंक) के अध्यक्ष  अशोक बजाज सहित नगर निगम के अनेक पार्षदों ने भी विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए।  समारोह में बीजिंग ओलम्पिक विजेता पहलवान  सुशील कुमार भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

प्रदेश के विभिन्न नगर निगम क्षेत्रों के 300 मुख्य उद्यानों में भी वृक्षारोपण किया गया। नया रायपुर में जंगल सफारी के सामने बॉटनिकल गार्डन के परिसर में 416 एकड़ के रकबे में मुख्य अतिथि श्री प्रकाश जावड़ेकर की उपस्थिति और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित आज के वृक्षारोपण समारोह में देश-विदेश की 500 प्रमुख प्रजातियों के पौधे लगाए गए। यह दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा बॉटनिकल गार्डन होगा।
समारोह में नया रायपुर क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतों-नवागांव, खण्डवा, उपरवारा, भेलवाडीह, निमोरा, कुर्रू सहित निकटवर्ती विकासखंड मुख्यालय अभनपुर तथा राजधानी रायपुर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, सामाजिक संस्थाओं ने भी अपनी भागीदारी निभाई।

Share This Article
close