लोरमी(योगेश मौर्य)।लोरमी थाना के ग्राम घानाघाट के आश्रित ग्राम छिनपुरा में तीन दिनों पहले एक अज्ञात अधेड़ उम्र के व्यक्ति की लाश मिली थी।जिसके बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी,,जिसकी जानकारी पुरे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गयी।वहीं इसकी जानकारी पुलिस को लगते ही पुलिस विभाग के आला अधिकारी सहित क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुँची। लाश को देखने के लिए धीरे धीरे लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा था लेकिन उसके बाद भी किसी भी व्यक्ति ने मृतक को पहचान नही पाये। मृतक की शिनाख्त करने के लिए पुलिस ने सोशल मीडिया का भी सहारा लिया लेकिन पुरे मृतक की पहचान नही हो सकी।
लेकिन अगले ही दिन मृतक का बेटा लोरमी थाने पहुँचा और मृतक की पहचान दिनेश वर्मा लाखासार निवासी के रूप में की।मृतक के बेटे के अनुसार दिनेश वर्मा घटना वाले दिन की सुबह घर से निकला था जो की शराब पीने का आदी था पहले भी वह इसी तरह घर से निकल जाता था जो दो तीन दिनों तक वापस नही आता था इस बार उसी कारण घरवालो ने उसकी खोजबीन नही की लेकिन दो रात बीत जाने के बाद अगली सुबह उनकी तलाश की गयी लेकिन कुछ पता नही चला।
अख़बार पढ़ते समय फोटो देखे जिसमे कपड़े के कलर से पहचान हुयी।थाना प्रभारी आनंद राम ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि तीन दिन पहले हुए अंधे कत्ल के मामले में संदेह के आधार पर चार लोगो को हिरासत में लिया गया जिनसे गहन पूछताछ की गयी जिसमे मृतक के गाँव का सरपंच पति ही मुख्य आरोपी निकला। जिसे न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है। बाकी संदेहियों से पूछताछ की जा रही है।
पैसे की लेनदेन के कारण हुयी अधेड़ की हत्या
हत्या का मुख्य आरोपी परमेश्वर साहू लाखासार पंचायत के सरपंच का पति है जिसके पास मृतक कुछ दिनों पहले पंचायत के पैसे की जानकारी लेने गया था साथ ही अपने पैसे की मांग की थी लेकिन सरपंच पति ने दिनेश वर्मा से गाली गलौच शुरू कर दी जिससे दोनों में तनातनी हो गयी जिसके बाद दिनेश अपने घर आ गया फिर दूसरे दिन आरोपी सरपंच पति दिनेश के घर जाकर गाली गलौच करने लगा और मृतक और उसके बेटे को घर से निकलने के लिए गाली गुप्तार देने लगा।
लेकिन दोनों के घर में नही होने के कारण जान से मारने की धमकी देते हुए वह वापस आ गया इसकी जानकारी मृतक को होने के बाद शाम को फिर सरपंच और मृतक की लड़ाई हुयी और उसके बाद दिनेश की लाश घानाघाट के छिनपुरा के खार में मिली। जिस पर पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने पतासाजी करके आरोपियों को पकड़ा जिनमे से मुख्य आरोपी को रिमांड में भेज दिया।