बिलासपुर— प्रधानमंत्री के सिपहसलार भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय अनुसचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष रामविचार नेताम ने कहा कि पेट्रोल डीजल के दाम महंगे नहीं हैं। जनता को केवल विकास देखना चाहिए। क्योंकि उसे पेट्रोल और डीजल कोई मतलब भी नहीं है। टैक्स के पैसों से विकास किया जा रहा है। आखिर उज्जवला योजना,खाद्यन्न योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पैसे आ कहां से रहे हैं। पेट्रोल डीजल पर चिल्लाना कांग्रेस का काम काम है। जनता से इसका कोई सरोकार नहीं है। रामविचार नेताम ने कहा कि सरगुजा अम्बिकापुर और रायगढ़ु में पिछले चार साल के भीतर नक्सलियों का सफाया कर दिया गया है।
केन्द्र सरकार के पिछले साल और राज्य के 14 साल की उपलब्धियों को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति मोर्चा अध्यक्ष रामविचार नेताम ने पत्रकारों के सामने पेश किया। मोदी के सिपसलार ने पत्रकारों को एक एक कर आधा सैकड़ा से अधिक केन्द्रीय योजनाओं की जानकारी दी। राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय उपलब्धियों को सबके सामने रखा। साथ ही 2019 में लोकसभा और साल 2018 में विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का दावा किया। रामविचार नेताम ने कहा कि मोदी ने पिछले चार साल में सबका साथ और सबका विकास किया है। जनता राष्ट्रीय नायक फिर से जिताएगी।
उपलब्धियों को गिनाने के बाद पत्रकारों से सवाल जवाब के दौरान रामविचार नेताम घिर गए। उन्होने मानने से इंकार कर दिया कि पेट्रोल डीजल महंगा है। जनता को पेट्रोल डीजल से कोई मतलब नहीं है। महंगाई से भी इसका कोई संबध नहीं है। जनता को विकास चाहिए। उनका विकास हो रहा है। पेट्रोल डीजल की कीमत बढ़ने से जनता पर कोई असर नहीं पड़ा है। दरअसल पेट्रोल डीजल मूल्यवृद्धि कांग्रेसी दिमाग की उपज है। कांग्रेस का काम सत्ता के लिए चिल्लाना है। इसका जनता पर कोई असर नहीं होने वाला है। राम विचार नेताम ने बताया कि तेल का दाम बढ़ने से सायकल से चलने का सवाल ही नहीं उठता है।
रामविचार नेतमा ने कहा कि समझने वाली बात है कि आखिर जनता के विकास के लिए पैसा आएगा कहां से। प्रधानमंत्री आवास योजना,उज्जवला योजना,खाद्यन्न योजना,फसल बीमा योजना के लिए पैसे आएंगे कहां से। उन्होने यह भी इशारा किया कि सबके लिए राशि पेट्रोल डीजल से ही आती है। इसलिए जनता को पेट्रोल डीजल से कोई मतलब नहीं है। उन्होने दुबारा दुहराया कि तेल महंगा नहीं है।
नोटबंंदी अभियान आतंकवाद और नक्सल समस्या के खिलाफ लाया गया। नोटबंदी के बाद आतंकवाद और नक्सली समस्या में क्या कमी आयी है। रामविचार नेताम ने बताया कि देश के 71 जिलो को नक्सली समस्या से निजात मिली है। छत्तीसगढ़ में पिछले चार साल के भीतर रायगढ़,सरगुजा,अम्बिकापुर कोरिया में नक्सलियों को खत्म कर दिया। इस दौरान जब पत्रकारों ने बताया कि इन जिलों में नक्सली समस्या 2005 से ही खत्म हो चुकी है। उन्होने मानने से इंंकार कर दिया।
फसल बरबाद होने के बाद किसानों को बीमा योजना में एक या दो रूपए दिये जा रहे हैं। सवाल के जवाब में रामविचार नेताम ने तो पहले मानने से इंकार कर दिया। बाद में कहा कि इसकी जानकारी हमें नहीं है। अधिकारियों को इसके बारे में बताएंगे।
मोदी के सिपसलार रामविचार नेताम से जब पत्रकारों ने जानना चाहा कि क्या जिले में भाजपा का संगठन है। यदि है तो अध्यक्ष और प्रवक्ता समेत अन्य पदाधिकारियों की जानकारी देने का कष्ट करेंगे। पहले रामविचार नेताम ने सवाल को अनसुना कर दिया। इसके बाद बताया कि रजनीश सिंह जिला अध्यक्ष हैं। इस दौरान रजनीश सिंह काफी नाराज नजर आए। पत्रकारों ने बताया कि जब सरकार को कुछ जानकारी जनता तक पहुचाना होता है तो पत्रकारों को बुला लिया जाता है। इसके बाद कोई भी पदाधिकारी वर्जन या बाइट देने से कतराते हैं। इतना सुनने के बाद रामविचार नेताम ने चुप्पी साध ली।
इस दौरान सासंद लखनलाल साहू ने भी केन्द्र सरकार की योजनाओं से जिले को होने वाले फायदों की गिनती कराई।