रायपुर । छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में इस समय शिक्षाकर्मियों के 22 हजार से अधिक पद खाली हैं । सबसे अधिक 7000 से अधिक पद सहायक शिक्षक पंचायत के हैं । इस संबंध में कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल की ओर से विधानसभा में पूछे गए सवाल पर पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर ने लिखित जवाब में यह जानकारी दी है ।कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल ने विधानसभा के मौजूदा सत्र के दौरान सवाल किया था कि प्रदेश में वर्तमान में शिक्षाकर्मी वर्ग 1 (व्याख्याता पंचायत) शिक्षाकर्मी वर्ग- 2 ( शिक्षक पंचायत) शिक्षाकर्मी वर्ग 3 ( सहायक शिक्षक पंचायत ) के कितने पद हैं । कितने पद रिक्त हैं । उन्होंने इसकी जिलेवार जानकारी मांगी थी । साथ ही शिक्षाकर्मियों को दिए जाने वाले वेतन , मानदेय और अन्य भत्ते से संबंधित सवाल पूछा था . उन्होंने नियमितीकरण और संविलियन किए जाने की योजना के बारे में भी सवाल किया था।
इस सवाल के लिखित जवाब में पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर ने जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ में इस समय सरकारी स्कूलों में 160591 शिक्षा कर्मियों के पद स्वीकृत हैं । जिनमें से 22558 पद रिक्त हैं । उन्होंने बताया की व्याख्याता पंचायत के 35090 पद स्वीकृत हैं जबकि 5845 पद रिक्त हैं । शिक्षक पंचायत के 45039 पद स्वीकृत हैं और 9426 पद रिक्त हैं। इसी तरह सहायक शिक्षक पंचायत के 80462 पद स्वीकृत हैं जबकि 7287 पद रिक्त हैं । इस जानकारी यह बात भी सामने आई है कि छत्तीसगढ़ में व्याख्याता पंचायत के सबसे अधिक 642 पद बलौदा बाजार जिले में रिक्त हैं । इसी तरह बस्तर में 428, गरियाबंद में 420 , महासमुंद में 408 और बलरामपुर में 405 पद रिक्त हैं । प्रदेश में बीजापुर जिला ऐसा है , जहां व्याख्याता पंचायत के एक भी पद रिक्त नहीं है । इसी तरह प्रदेश में बलरामपुर जिला ऐसा है, जहां शिक्षक पंचायत के सबसे अधिक 953 पद खाली हैं । बलौदा बाजार जिले में 919 ,जांजगीर-चांपा जिले में 702, कोंडा गांव में 671 , कबीरधाम में 720 शिक्षक पंचायत के पद खाली हैं । प्रदेश में बस्तर, कांकेर, कोरिया, गरियाबंद और बेमेतरा जिले ऐसे हैं, जहां शिक्षक पंचायत के 400 से अधिक पद खाली हैं । लेकिन दुर्ग और बालोद दो ऐसे जिले हैं जहां शिक्षक पंचायत का एक भी पद खाली नहीं है ।
इसी तरह सहायक शिक्षक पंचायत के मामले में बलौदा बाजार जिले में सबसे अधिक 2291 पद खाली हैं । जबकि बस्तर जिले में 1683, जांजगीर-चांपा में 1556 ,बलरामपुर में 1492, कोंडा गांव में 1338 , रायपुर जिले में 1333 , बेमेतरा में 1084 और कबीरधाम जिले में 1014 खाली बताए गए हैं । छत्तीसगढ़ में बालोद, धमतरी , दुर्ग , कांकेर , रायगढ़ , जशपुर और सरगुजा जिले ऐसे हैं , जहां सहायक शिक्षक पंचायत का एक भी पद खाली नहीं है ।
भूपेश बघेल के सवाल के जवाब में शिक्षक पंचायत संवर्ग के वेतनमान के संबंध में भी जानकारी दी गई है । जिसके मुताबिक 7 वर्ष तक सेवा वाले शिक्षक पंचायत संवर्ग का वेतन मान व्याख्याता पंचायत – 5300 – 150 – 8300 शिक्षक पंचायत – 4500 – 125 – 7000, सहायक शिक्षक पंचायत 3800- 100 – 5800 है । इस वेतनमान के साथ 143 प्रतिशत महंगाई भत्ता, 5% अतिरिक्त महंगाई भत्ता ,15% विशेष भत्ता और वेतनमान के न्यूनतम मूल वेतन का 20% अंतरिम राहत भुगतान किया जा रहा है । जानकारी दी गई है कि 7 वर्ष से 8 वर्ष तक सेवा अवधि वाले शिक्षक पंचायत संवर्ग को समयमान वेतनमान दिया जा रहा है ।जिसमें व्याख्याता पंचायत – 7000 – 200 – 30,000 + 4500 अध्यापन भत्ता , शिक्षक पंचायत 6,000 – 175- 25000 + 3500 अध्यापन भत्ता , सहायक शिक्षक पंचायत – 5000 -150 – 20000 + 2500 अध्यापन भत्ता दिया जा रहा है ।
इस वेतनमान के साथ 132% महंगाई भत्ते का भुगतान किया जा रहा है । इसी तरह 8 वर्ष से अधिक अवधि वाले कार्यरत संवर्ग के कर्मचारियों को शासकीय शिक्षकों के समतुल्य छठवां वेतनमान दिया जा रहा है । जिसमें व्याख्याता पंचायत – 9300 – 34800 + 4300 ग्रेड वेतन , कुल मासिक परिलब्धि 31952 रुपए ,शिक्षक पंचायत – 9300 – 34800 + 4200 ग्रेड वेतन, कुल मासिक परिलब्धि 31320 रुपए और सहायक शिक्षक पंचायत -5200 -20200 + 2400 ग्रेड वेतन कुल मासिक परिलब्धि 17632 रुपए प्रदान किया जा रहा है । इस वेतनमान के साथ 132 प्रतिशत महंगाई भत्ते का भुगतान किए जाने की जानकारी दी गई है । पंचायत मंत्री की ओर से जवाब दिया गया है कि शिक्षक पंचायत संवर्ग को स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन संविलियन करने के संबंध में 18 जून को मंत्रि परिषद की बैठक में निर्णय हो चुका है । जिसमें 1 जुलाई 2018 से संविलियन करने का निर्णय लिया गया है ।