रायपुर।शिक्षाकर्मियों का 2011 में शिक्षा कर्मी फेडरेशन के बैनर तले संयोजक केदार जैन के नेतृत्व में प्रान्तव्यापी उग्र आंदोलन हुआ था।आंदोलन के दौरान सैकड़ों शिक्षा कर्मियों को सेंट्रल जेल रायपुर समेत प्रदेश के विभिन्न जेलों में एस्मा के तहत कार्यवाही करते हुए अंदर किया गया था। रायपुर धरना स्थल से केदार जैन ,वीरेन्द्र दुबे समेत 96 शिक्षा कर्मियों के ऊपर एस्मा के तहत कार्यवाही की गई थी ।शुक्रवार को 7 साल बाद जिला न्यायालय के मजिस्ट्रेट असलम खान ने साक्ष्य के आभाव में सभी 96 शिक्षा कर्मियों को दोष मुक्त किये।जिस पर केदार जैन, वीरेन्द्र दुबे, ताराचंद जायसवाल, पवन सिंह, भानु प्रताप डहरिया ने दोष मुक होने पर बधाई दिया।
केदार जैन ने बताया कि 2011 का आंदोलन पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पकड़ा था और जेल में भेज दिया 8 सालों बाद भी वह संघर्ष भूले नहीं भूलता है संविलियन की खुशी के आगे वो 2011 का दूर हो जाता है। उन्होंने बताया कि विसंगतियां है उसके लिए सरकार से साथ बैठकर दूर किया जाएगा। सरकार में संविलियन किया है तो विसंगति भी दूर करेगी ऐसी आशाएं हैं। ऒर विसंगतियां दूर न होगी तो आंदोलन का रास्ता खुला हुआ है।