रायपुर -छत्तीसगढ़ मे संविलियन के बाद शिक्षाकर्मियों मे उपजे असंतोष के बाद सरकार के साथ साथ संगठनों के भी होश उड़ाते लाखों सहायक शिक्षक एल बी वर्ग ने वेतन विसंगतियों औऱ वर्ष बंधन कीं समाप्ति कीं पुरजोर मुहिम छेड़ रखी हैं। जिसके तहत गत 10 अगस्त कॊ रायपुर ईदगाह भाठा मे जोरदार विरोध प्रदर्शन कर सरकार कॊ संकेत दे दिया हैं ।सरकार कीं शिक्षाकर्मियों कॊ साधने कीं नीति फेल हों गयीं ।वहीँ 20वर्षों से संगठनात्मक राजनीति कर रहें नेताओं के विरूध्द बिगुल फूंक कर वर्ग 3 के शोषण क़ा जिम्मेदार बताया हैं । औऱ नवगठित छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले एकत्र होकर आंदोलन पर उतर रहें हैं।
प्रदेश मे शिक्षाकर्मी संघ के बहुसंख्यक वर्ग 3 अपने मूल संगठन क़ा परित्याग करने स्वतंत्रता दिवस के दिन क़ा चयन कर सैकड़ों की संख्या मे शिक्षाकर्मी संघ कॊ अपने हितों कीं अनदेखी क़ा आरोप लगाते हुये त्याग पत्र दिया । जिनमें केदार जैन गुट के ब्लॉक अध्यक्ष कुबेर मेश्राम, देवेंद्र वर्मा औऱ संजय शर्मा गुट के चार दर्जन सदस्य – जिनमें शिवनरायण तिवारी, गिरधारी पटेल ,यादवेन्द्र ,गजेन्द्र भूपेंद्र राठौर ,अशोक तिवारी ,वेंकटेश साहू, राकेश साहू ,छबिश्याम साहू ,राजेंद्र ठाकुर, बालगोविंद देवांगन ,सहदेव सेन ,द्वारिका प्रसाद सिन्हा ,इदरीश ख़ान ,श्रीमती सरिता क्रिसानु ,थान सिंग सिन्हा ,यशवंत नाग, हरिराम यादव ,श्रीमती लता वेले ,मोंगरे सहित सैकड़ों ने सदस्यता कॊ आजीवन त्याग पत्र दिया ।
वहीँ 21अगस्त कॊ छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बेनर तले आयोजित एक दिवसीय जिलास्तरीय धरना रैली कॊ सफल बनाने एकजुट होकर काम करनें क़ा सँकल्प पारित किया ।