जब छात्राओं ने पेश किया संस्कृत में नाटक…बज उठी तालियां..प्राध्यापकों ने कहा..संस्कृत दुनिया की समृद्धि भाषा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—शासकीय बिलासा कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत सप्ताह कार्यक्रम के दौरान ‘संस्कृत दिवस’ उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. एस एल निराला ने संस्कृत विषय की महत्ता पर प्रकाश डाला। निराला ने बताया कि “हमारी सभ्यता, संस्कृति संस्कृत के ज्ञान के बिना अधूरा है। संस्कृत भाषा का ज्ञान हासिल करना गौरव की बात है।
                             कार्यक्रम की शुरुआत में वरिष्ठ प्राध्यापक, रसायन शास्त्र विभाग प्रमुख डॉ. किरण वाजपेयी ने सुमधुर सरस्वती वंदना की। छात्राओं को संस्कृत विषय की महत्ता पर प्रकाश डाला। अभिभावकों को संदेश दिया कि संस्कारित होने के लिए बच्चों को संस्कृत विषय से जोड़ने का हरसंभव प्रयास करें।
                             हिंदी विभाग प्रमुख डॉ. डी एस ठाकुर ने संस्कृत को समस्त भाषाओं की जननी बताया। उन्होने कहा कि वर्तमान सामाजिक सांस्कृतिक संरचना को बेहतर बनाने में सबको संस्कृत विषय से जुड़ना होगा। सबको मिलकर जिम्मेदारियों को निभाना होगा।
              रसायन शास्त्र विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अम्बुज पाण्डेय ने श्लोक का पाठ की। संगीत विभाग प्रमुख शैवाली गोलाप ने संस्कृत और संगीत के बीच सम्बधों का बहुत ही नाजुक बताया। उन्होने कहा कि सुमधुर प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को सफल बनाया। संस्कृत सप्ताह के बारे में विस्तृत जानकारी दी। संस्कृत विभाग प्रमुख डॉ. सीमा पाण्डेय ने संस्कृत विषय के साथ भारत ,भारतीय और परम्पराओं के बारे में बताया। उन्होंने भाषा और विषय की समृद्ध परम्परा में संस्कृत की उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सीमा पाण्डेय ने बताया कि अब दुनिया भी मान चुकी है कि संस्कृत सभी भाषाओं में सबसे समृद्ध है।
                                               कार्यक्रम को महाविद्यालय की छात्राओं ने संस्कृत भाषा आधारित नाटक पेश कर लोगों को दिल जीत लिया। छात्राओं ने वैदिक मंत्रों का उच्चारण और श्लोक पाठ कर उपस्थित लोगों को ताली बजाने के लिए मजबूर कर दिया।
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