रामानुजगंज (पृथ्वीलाल केशरी)।जिले के पास्ता थाना अंतर्गत आनर किलिंग के आरोपी की सड़क हादसे में मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक टी. आर. कोशिमा ने दंडाधिकारी जांच की अनुशंसा की है। इसके पहले थाना प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया जा चुका है। गौरतलब है कि झारखंड के छतरपुर थानांतर्गत ग्राम अमवा निवासी किशोरी सगुफ्ता परवीन उर्फ सोनम तथा उसके प्रेमी भोला साव की चार लाख रुपये की सुपारी लेकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने कुल छह आरोपियों को हत्या व आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में संदेही व आरोपी के रूप में अमवा के इकबाल अहमद को भी हिरासत में लिया गया था। हिरासत में लेने के बाद उसे पस्ता थाने में पूछताछ के लिए रखा गया था। पुलिस के अनुसार 29 अगस्त 2018 की सुबह पुलिस वाहन में पस्ता थाना प्रभारी धीरेंद्र बंजारे सहित तीन आरक्षक उसे लेकर घटनास्थल की शिनाख्ती हेतु कंडा जा रहे थे।
सेमरसोत के नजदीक इकबाल अहमद ने वाहन से कूदकर भागने का प्रयास किया था। उसी दौरान विपरीत दिशा से आ रही पिकअप वाहन की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिला अस्पताल बलरामपुर ले जाते हुए उसकी मौत हो गई थी। प्रथम दृष्टया सुरक्षा में लापरवाही पर पुलिस अधीक्षक टी.आर.कोशिमा ने पस्ता थाना प्रभारी उपनिरीक्षक धीरेंद्र बंजारे, आरक्षक मुन्ना यादव, विजय सोनवानी, विजय यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उन्हें पुलिस लाइन बलरामपुर में संबद्घ कर दिया गया था। मामले की दंडाधिकारी जांच की अनुशंसा पुलिस अधीक्षक नेे कलेक्टर से कर दी है।