पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम के ख़िलाफ विपक्षी दलों का ‘भारत बंद’,यहां रोकी गई ट्रेने, बस सेवा भी प्रभावित

Shri Mi
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नईदिल्ली।पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी और डॉलर की अपेक्षा रुपये की कीमत के विरोध में कांग्रेस ने आज ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। कांग्रेस के मुताबिक यह बंदी सुबह 9 बजे से 3 बजे शाम तक के लिए है। कांग्रेस के इस कदम को 20 से भी ज्यादा राजनीतिक पार्टियां समर्थन दे रही है। अलग अलग राज्यों अलग अलग क्षेत्रिय दलों के साथ मिलकर इस विरोध को सफल बनाने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से कमर कस चुकी है।

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कांग्रेस के इस ‘भारत बंद’ को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), डीएमके, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, जनता दल सेक्युलर, राष्ट्रीय लोकदल, झारखंड मुक्ति मोर्चा, एमएनएस समेत करीब 20 से ज्यादा राजनीतिक दलों का समर्थन मिला है।

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हालांकि दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस की इस बंदी से अपने आप को किनारा कर लिया है। वह इस बंदी में शामिल नहीं होंगे।

बंद को लेकर कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, ‘कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों के विरोध में ‘भारत बंद’ का आह्वान किया। यह बंद अहिंसक होगा और हम सभी बिजनेसमेन से समर्थन देने का आग्रह करते हैं।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘पिछले चार साल में पेट्रोल पर 211.7 फीसदी एक्साइज ड्यूटी का इजाफा हुआ और डीजल पर 443 फीसद। मई 2014 में पेट्रोल पर 3.46 रु एक्साइज ड्यूटी था और अब 19.48 रु है। वहीं डीजल पर 3.46 से 15.33 रु एक्साइज ड्यूटी की बढ़ोत्तरी हुई है।

कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गिरते रूपये को लेकर सवाल पूछा। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘रुपये का मूल्य अब 72 से नीचे है। इससे पहले जब रूपये का मूल्य 60 पार था, तो प्रधानमंत्री मोदी कहते थे कि रुपये आईसीयू में है। अब क्या कहेंगे?’

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि पार्टी चाहती है कि डीजल और पेट्रोल को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अंतर्गत लाया जाए जिससे इनकी कीमतों में 15 से 18 रुपये की कमी आएगी।

माकन ने बताया कि विरोध प्रदर्शन में लगभग 20 राजनीतिक दल हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र ने पिछले चार साल में ईंधन पर उत्पाद शुल्क लगाकर 11 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है और सरकारी खजाना भरने के लिए यह राशि आम आदमी से ली है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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