नहीं सुधरा पत्रकारिता विभाग..तीसरी बार एलुमिनी कार्यक्रम निरस्त…नाराज पुराने छात्रों ने कहा..अपमान करने की भी हद होती है

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– केन्द्रीय विश्वविद्यालय का पत्रकारिता विभाग जो कुछ करे थोड़ा है। पिछले दो महीनों में तीन बार एलुमिनी कार्यक्रम की तारीख का एलान किया गया। तीनों ही बार ठीक दो दिन पहले कार्यक्रम को निरस्त भी कर दिया गया। पुराने छात्रों में पत्रकारिता विभाग की ठुलमुल कार्यप्रणाली को लेकर ना केवल नाराजगी है। बल्कि फैसला कर लिया है कि एलुमिनी कार्यक्रम में हिस्सा ही नहीं लेना है। पुराने छात्रों ने बताया कि बार बार टिकट कटवाने और निरस्त करने से बेहतर है कि नई तारीख मिलने के पहले ही विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग को बता देंगे कि अब हमें एलुमिनी कार्यक्रम से दूर रखा जाए। क्योंकि ना तो हमारे पास समय है और ना ही पैसा कि टिकट कटवाएं और निरस्त करवाएं।

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                       विवादों के केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग कैसे अछूता रह सकता है। तीन बार एलुमिनी कार्यक्रम का एलान किया गया..लेकिन तीनों ही बार कार्यक्रम को निर्धारित तारीख के ठीक दो तीन दिन पहले निरस्त कर दिया गया। तीनों ही बार पत्रकारिता विभाग ने पुराने छात्रों को पत्र और अन्य माध्यमों से सूचित किया कि एलुमिनी कार्यक्रम की नई तारीख का एलान जल्द ही किया जाएगा। पत्रकारिता विभाग की ढुलमुल रवैया से पुराने छात्रों में गहरी नाराजगी है।

                     जानकारी के अनुसार केन्द्रीय विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग में एलुमिनी कार्यक्रम होना है। कार्यक्रम में 2003 से लेकर वर्तमान सत्र से कुछ साल पहले पत्रकारिता विभाग के पास आउट सभी छात्रों को शामिल होना है। लेकिन बार बार तारीख बदलने से पुराने छात्र नाराज हो गए हैं। कई छात्रों का कहना है पहले भी हम पत्रकारिता विभाग की नौटंकी से परेशान थे। पास आउट होने के बाद भी हमें परेशान किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि पुराना कुछ बाकी रह गया था उसे अब परेशान कर वसूला जा रहा है।

                                  पत्रकारिता विभाग के पास आउट छात्र अब विख्यात पत्रकार हो चुके कुछ लोगों ने बताया कि प्रबंधन ने एक महीने पहले जानकारी दी कि 2003 से वर्तमान कुछ साल पहले तक पास आउट छात्रों का एलुमिनी कार्यक्रम होगा। सुनकर खुशी हुई कि पुराने साथियों से मिलने का अवसर मिलेगा। निर्धारित तारीख के दो एक दिन पहले पत्रकारिता विभाग से जानकारी मिली कि किन्ही कारणों से कार्यक्रम की तारीख बढ़ गयी है। नई तारीख का एलान जल्द ही किया जाएगा। सुनकर थोड़ दुख हुआ। छुट्टियां भी प्रभावित हुईं। टिकट लौटाना पड़ा। बावजूद इसके बहुत खुसी थी कि नई तारीख को सालों से दूर साथियों से मिलने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

                            पत्रकारिता विभाग ने एलुमिनि कार्यक्रम की नई तारीख की जानकारी दी। फिर टिकट कटवाया। संस्थान से छुट्टी मंजूर हुई। लेकिन इस बार भी दो दिन पहले जानकारी मिली कि कार्यक्रम को निरस्त कर नई तारीख तक बढ़ा दिया गया है। जल्द ही नई तारीख की जानकारी दी जाएगी। तीसरी बार भी ऐसा ही हुआ। तीसरी बार एलुमिनि कार्यक्रम सितम्बर के पहले सप्ताह में तय होना किया गया। लेकिन पिछले दो कार्यक्रमों की तरह तीसरी बार भी कार्यक्रम को निरस्त कर दिया गया।

                 पुराने छात्र ने बताया कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय का पत्रकारिता प्रबंधन पहले भी नौटंकी करता था। ऐसा लगता है कि आज भी विभाग के कार्यप्रणाली में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं आया है। नौटंकी बदस्तूर जारी है। अब तो कई साथियों ने फैसला कर लिया है कि एलुमिनी कार्यक्रम में शिरकत ही नहीं करना है। कई साथी दिल्ली समेत देश के कोने कोने में अपने काम धाम में है। रिजर्वेशन के बाद कार्यक्रम का कैंसल होना और बार टिकट कटवाना दुख देने वाला है। सरचार्ज को यदि छोड़ भी दिया जाए तो जहां हम काम कर रहे हैं वहां बार बार छुट्टी मांंगना और मिलना दोनों ही मुश्किल है। ऊपर से हंसी का पात्र होना दिल को दुखाने वाला होता है।

                         गूरूघासी दास विश्वविद्यालय के पुराने छात्र और वर्तमान में ख्यातिलब्ध पत्रकार ने बताया कि नई तारीख कब होगी फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है। यदि निमत्रण आता भी है तो शामिल होने से पहले काफी सोचना विचारना पड़ेगा। जानकारी जुटाने की कोशिश करेंगे कि क्या फिर नई तारीख के लिए कार्यक्रम को पोस्ट पोस्टपोन्ड तो नहीं किया जाएगा। यदि ऐसा कुछ महसूस हुआ तो अपमानित होने के अलावा  आर्थिक नुकसान से भी बचने का प्रयास करेंगे।

    पुराने छात्र ने बताया कि गुरूघासीदास का पत्रकारिता विभाग पहले भी नौटंकीबाजों का केन्द्र था। आज भी कमोबेश वैसी ही स्थिति है। दिल्ली,मुम्बई और चेन्नई के छात्रों ने तो फैसला कर लिया है कि अब एलुमिनी कार्यक्रम में शामिल ही नहीं होना है।

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