सरकार के खिलाफ कांग्रेस का धरना…नेताओं ने घेरा सिविल लाइन..राष्ट्रीय महासचिव ने कहा…शर्मासार हुआ शर्मसार

BHASKAR MISHRA
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  बिलासपुर— लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेसियों ने आज दिन भर सिविल लाइन का घेराव किया। तम्बू गाड़कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान युवा,महिला और कांग्रेस के सभी संगठनों ने जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव ने एक बार फिर भाजपा पर कांग्रेस नेताओं को झीरम की तरह टारगेट बनाने का आरोप लगाया। यादव ने कहा कि दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई हो। अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा। फिर भाजपा सरकार को बचने की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी।

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                    कांग्रेस नेताओं ने एक दिन पहले की तरह प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर कांग्रेस कार्यालय से रैली निकालकर सिविल लाइन थाना घेराव करने पहुंचे। यद्यपि आज पुलिस पूरी तरह से सतर्क नजर आयी। सिविल लाइन थाना को तीनों तरफ से दो लेयर में बेरिकेट्स कर दिया गया था। सैकड़ों की संख्या कांग्रेसियों ने सत्यम चौक के पास सिविल लाइन थाना के सामने पहुंचकर जोरदार हंगामा और धरना प्रदर्शन किया। सरकार विरोधी नारे लगाए। तीन दिनों के भीतर लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

                धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने बेरिकेट्स तोड़ने का भी प्रयास किया। लेकिन भारी संख्या में मौजूद पुलिस जवानों के कारण कांग्रेसी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए। बेरिकेट्स के अलावा पुलिस ने चैन बनाकर कांग्रेसियों को घंटो रोककर रखा। इस दौरान कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ जनकर भाषबाजी की।

               जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर,युवा कार्यकारी अध्यक्ष महेन्द्र गंगोत्री,  प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पाण्डेय,अभयनारायण राय,नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन,शिवा मिश्रा, विजय पाण्डेय,शेख गफ्फार,राजेन्द्र साहू डब्बू,दिवाकर दुबे,जावेद मेमन, अरविन्द शुक्ला,गौरव दुबे,गोपाल दुबे,शिवा नायडू,भावेन्द्र गंगोत्री, सीमा पाण्डेय, अजरा, अनीता लव्हात्रे,हरमेन्द्र शुक्ला समेत दर्जनों बड़े नेताओं ने पुलिस सरकार और पुलिस पर तानाशाही का आरोप लगाया।

विरोध प्रदर्शन हमारा संवैधानिक अधिकार..डॉ.चन्दन यादव

              कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश प्रभारी डॉ.चन्दन यादव ने बताया कि सरकार की गलत और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है।  चन्दन ने बताया कि कांग्रेस साथियों ने निकाय मंत्री अमर अग्रवाल के गैर जिम्मेदाराना बयान के बाद प्रदर्शन किया। प्रदर्शन लोकतांत्रिक और मान मर्यादा के अनुकूल था। लेकिन पुलिस बल का प्रयोग कर सरकार ने तानाशाही का परिचय दिया है। लोगों के अधिकारों का हनन किया है। कार्यालय में घुसकर नेताओं के इशारे पर लाठीचार्ज कर ब्रिटिश हुकुमत को याद भी दिलाया है। लाठी चार्ज की घटना के बाद लोकतंत्र शर्मसार हुआ है।

                             क्या किसी के घर में कचरा फेंकना भी संवैधानिक अधिकार है। सवाल को मोड़ते हुए चन्दन ने कहा..हमने शांति पूर्ण प्रदर्शन किया। हमारे नेताओं को जान से मारने की कोशिश की गयी। हम लगातार धरना प्रदर्शन करेंगे। यह प्रक्रिया तब तक चलेगी जब दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई ना हो। लाठीचार्ज के आरोपियों को बर्खास्त ना किया जाए।

              जब सीएम ने जांच का आदेश दिया है तो प्रदर्शन का क्या औचित्य रह जाता है के सवाल पर चन्दन ने कहा…पिछले पांच साल से झीरम काण्ड की जांच हो रही है। ना जाने अभी तक जांच कब तक चलेगी। हमारे दो दर्जन से बड़े नेता मारे गए। कांग्रेस कार्यालय में घुसकर फिर वही प्रयास किया गया। हमे सरकार से एक्शन लेने की उम्मीद है। लाठीचार्ज करने वाले पर जवाबदेही की जरूरत है। हम चुप बैठने वाले नहीं है। सरकार को तत्काल एक्शन लेना होगा। अन्यथा उग्र आंदोलन का दौर चलता रहेगा।

बैनर पोस्टर प्रदर्शन

जिन्दाबाद मुर्दाबाद नारों के बीच कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ बैनर पोस्टर का भी प्रदर्शन किया। शिवा मिश्रा समेत कई कांग्रेसी हाथ में पोस्टर लेकर या फिर झण्डा लहराकर सरकार का विरोध किया।

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