बिलासपुर–कांग्रेस को दंडाधिकारी जांच स्वीकार नहीं है। यह बात प्रदेश कांग्रेस की तरफ से प्रवक्ता अभयनारायण राय ने प्रेस नोट जारी कर कहा है। अभय नारायण ने बताया कि जिलाधीश ने मजिस्ट्रियल जांच का एलान किया है। यह कांग्रेस को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अभय नारायण राय ने प्रेस नोट जारी कर मजिस्ट्रियल जांच का विरोध किया है। अभय ने बताया कि अभी से संकेत मिलने लगे हैं कि मामले में लीपापोती शुरू हो गयी है। कांग्रेस भवन में हुए बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज के लिये दंडाधिकारी जाँच की घोषणा कर जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को कमतर करने का प्रयास किया है।
मालूम हो कि जिलाधीश पी.दयानन्द ने अपर कलेक्टर भगवान सिंह को मजिस्ट्रियल जांच का जिम्मा दिया है। लेकिन कांग्रेस पार्टी मजिस्ट्रियल जाँच की घोषणा को अस्वीकार करती है। अभय नारायण राय ने कांग्रेस की तरफ से बयान जारी कर कहा कि उच्च नायालय के न्यायधीश की अध्यक्षता में जांच कराई जाए।
अभय ने बताया कि कलेक्टर ने रिपोर्ट तीन महीने में पेश करने को कहा है। निश्चित रूप से हास्यपद है। जबकि तीन महीने बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होगी। तब हम इस घटना के साथ अन्य सभी मंत्रियों के घोटालों की जांच करेंगे। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि जाँच में निर्धारित बिंदु प्रशासनिक है। बेहतर होता कि जाँच का प्रथम बिंदु लाठी चार्ज पर केन्द्रित होना था। इसमें यह भी शामिल किया जाना जरूरी था कि किस न्यायिक अधिकारी ने नीरज चंद्राकर को लाठी चार्ज का अधिकार है।