बैंकरों का 9 अक्टूबर को जंगी प्रदर्शन…मर्जर का करेंगे विरोध..समन्यवक ने कहा…हमलावर पर हो सख्त कार्रवाई

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—आईबोक ने बैंक ऑफ बड़ौदा,विजय बैंक और देना बैंक के एकीकरण और मर्जर के प्रस्ताव का विरोध किया है। बैंक के दस लाख से अधिक कर्मचारियों ने मर्जर पर आपत्ति जाहिर करते हुए 9 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन का एलान किया है। युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन बिलासपुर संयोजक ललित अग्रवाल ने बताया कि 9 अक्टूबर को  मर्जर के खिलाफ और सम्मानजनक वेतन समझौता के समर्थन में कर्मचारी और अधिकारी पुरजोर तरीके से अपनी बातों को शासन के सामने रखेंगे।
               संयोजक ललित अग्रवाल ने बताया कि आईबोक अध्यक्ष और ऑल इंडिया पीएनबी ऑफिसर्स एसोसिएशन महासचिव दिलीप साहा और आईबोक महासचिव सौम्या दत्ता ने कुछ बैंको के मेंडेट नही देने, सम्मानजनक वेतन समझौता शीघ्र पूरा करने की मांग को लेकर प्रदर्शन करेंगे। साथ ही राष्ट्रीयकृत बैंको के आपस मे विलय या एकीकरण के सरकारी फैसले का भी विरोध किया जाएगा। ललित अग्रवाल के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के बोर्ड ने मर्जर या एकीकरण  के प्रस्ताव पर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आव्हान पर देश के 10 लाख बैंकर विरोध का फैसला किया है।
             बिलासपुर में 9 अक्तूबर की शाम 5.30 बजे मंगला चौक स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा के सामने शहर के समस्त बैंकर मर्जर और एकीकरण का पुरजोर विरोध  करेंगे। प्रदर्शन के माध्यम से आम जनता को इससे होने नुकसान की जानकारी दी जायेगी। मेगा प्रदर्शन को सफल बनाने यूएफबीयू संयोजक ललित अग्रवाल, बैंक ऑफ बड़ौदा से अनुराग बजाज, विजया बैंक से विनिल गुप्ता, देना बैंक से एम के पटसानी, स्टेट बैंक से डी के हाटी, एस बी सिंह, राजेश रावत, जितेंद्र शुक्ला, पीएनबी से कैलाश अग्रवाल, पार्थो घोष, अविनाश तिग्गा, अश्विनी प्रधान, ओबीसी से अशोक ठाकुर, मनोज मिरी, इलाहाबाद बैंक से प्रल्हाद अग्रवाल, एन वी राव,  केनरा बैंक शरद बघेल, सौरभ त्रिपाठी, बैंक ऑफ इंडिया से रूपम रॉय, यूनियन बैंक से दीपा टण्डन समेत सभी बैंको के कर्मचारी और अधिकारी शामिल होंगे।
हमलावर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
                   बैंकर्स क्लब बिलासपुर समन्वयक ललित अग्रवाल ने बताया कि भोपाल में यूनाइटेड बैंक रायपुर के मुख्य प्रबंधक अनिंदा रॉयचौधरी को एनपीए ऋणी, गारंटर ने ऋण वसूली के दौरान दुर्व्यवहार किया है। इस दौरान चौधरी पर हमला कर गंभीर रूप से घायल किया गया है। चौधरी का इलाज भोपाल के अस्पताल में किया जा रहा है। ललित ने बताया कि रॉयचौधरी के अलावा एनपीए ऋणि ने महिला कर्मचारी के साथ भी अपमानजनक व्यवहार किया है। बैंकर्स क्लब बिलासपुर घटना की निंदा करता है। बैंकर्स क्लब की मांग है कि दोषी ऋणी के खिलाफ सख्त की जाए।
               ललित ने बताया कि बैंकर्स आमजनता के खून पसीने की जमा पूंजी के ट्रस्टी होने के नाते  ऋणी से नियमानुसार वसूली की कार्यवाही करते हैं। बैंकर्स का भी अपना स्वाभिमान होता है। विभिन्न कठिन परिस्थितियों में स्वयं और परिजनों के स्वास्थ्य की देखभाल किये बिना दिनरात आमजनता की सेवा करता है। किसी भी ऋणी को बैंकर्स के साथ दुर्व्यवहार करने की अनुमति नही है। बावजूद इसके भविष्य में ऐसी किसी घटना होती है तो क्लब के सभी बैंकर्स एकजुट होकर कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।
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