बिलासपुर—बिलासपुर पुलिस ने सुनियोजित और संगठित अपराध को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपियों का सरगना रायपुर में मजदूरी का काम करता है। इसके अलावा अन्य सभी गिरफ्तार आरोपी और चोरी की सामानों के खरीदार बिलासपुर जिले के आस पास क्षेत्र में मजदूरी का करते हैं। पिछले एक साल से संगठित अपराध को अंजाम दे रहे थे। इस दौरान आरोपियों ने दर्जनों घरों और स्कूलों को निशाना बनाया है। पुलिस कप्तान आरिफ शेख ने बताया कि धरपकड़ के बाद पूछ-ताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि बैंक लूटने का प्लान तैयार किया था। लूट को अंजाम देने देशी कट्टा भी खरीदा है। फिलहाल आरोपियों से लाखों रूपए की कीमती सामान समेत देशी कट्टा को बरामद किया गया है।
पुलिस कप्तान आरिफ शेख ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से मस्तूरी,चकरभाठा बिल्हा थाना क्षेत्रों से लगातार चोरी की शिकायत मिल रही थी। देखने में आ रहा था कि क्षेत्र में चोरी की वारादात लगातार बढ़ गयी है। स्कूलों और दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है। अपराध को अंजाम देने वाले ताला तोड़कर कंप्यूटर, किराना सामान समेत मोबाइल की चोरी कर रहे हैं।
पुलिस कप्तान ने कहा कि इस बीच यह भी देखने में आया कि आरोपी एक ही रात कई घरों को निशाना बनाया है। घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर आईपीएस विजय अग्रवाल और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अर्चना झा को अपराध पर नजर रखने को कहा गया। उप पुलिस अधीक्षक क्राइम प्रवीण चंद्र राय के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने अज्ञात आरोपियों की पता साजी शुरू की।
इस बीच मुखबीर से जानकारी मिली कि थाना बिल्हा क्षेत्र के उमरिया और पुरी के कुछ लड़के गैंग बनाकर संदिग्ध रूप से घूम रहे हैं। जानकारी यह भी मिली कि लड़के देशी कट्टा लेकर लोगों को धमका भी रहे हैं। पुलिस ने तत्काल कार्यवाही कर उमरिया के जय किशन राजपूत उर्फ पोटलु और पोड़ी गांव के दिलीप साहू को क्राइम ब्रांच की टीम ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे साथी जय किशन घृतलहरे उर्फ विकी निवासी पोड़ी, राजू कुमार जगत निवासी पोड़ी, सोनू उर्फ शिव कुमार राजपूत निवासी उमरिया और दो नाबालिगों के साथ तमाम चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। चोरी के कंप्यूटर को शिवम ध्रुव उर्फ विक्की निवासी उमरिया, राजा गीत लहरें निवासी पोड़ीऔर कमलेश मरावी निवासी उमरिया के पास बेचा है। एक मोबाइल नाबालिग को भी दिया है। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की । आरोपियों ने अपराध भी स्वीकार किया है।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि बैंक को निशाना बनाना चाहते थे। उन लोगों ने मिलकर इसके लिए 25 हजार में कट्टा भी खरीदा। आरोपियों के अनुसार सभी ने मिलकर 15-20 स्थानों को निशाना बनाया है।
चोरी की बरामद सामान
देसी कट्टा, 4 कंप्यूटर सेट, 40 नग मोबाइल, म्यूजिक सिस्टम,इन्डक्शन चूल्हा, किराना सामान समेत करीब 700000 का सामान जब्त। आरोपी दे पिछले एक साल से दे रहे थे घटना को अंजाम। गिरोह का सरगना विक्की उर्फ जय किशन गृतलहरे रायपुर के निजी कंपनी में मजदूर। बाकी आरोपी बिलासपुर और आसपास के गांव में करते थे मजदूरी।
घटना क्षेत्र
पुलिस कप्तान ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मस्तूरी,बिल्हा, चकरभाठा थाना क्षेत्र के दर्जनों घरों और स्कूलों को निशाना बनाया। सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है।
गिरफ्तार आरोपियों का नाम
जय किशन उर्फ विक्की घृत लहरें पिता जेठू घृतलहरे उम्र 21 वर्ष निवासी पोड़ी थाना बिल्हा। जयकिशन राजपूत उर्फ पोतलु पिता राजेश्ववर राजपूत उम्र 22 साल निवासी उमरिया डिपरिपारा बिल्हा। राजू कुमार जगत पिता लालजी जगत उम्र 19 साल निवासी पोड़ी महामाया चौक थाना बिल्हा। दिलीप साहू पिता राम साहू उम्र 27 वर्ष निवासी पोड़ी महामाया चौक हाल मुकाम डोड़की भाटा बिल्हा। सोनू उर्फ शिव कुमार राजपूत पिता बद्री प्रसाद राजपूत उम्र 22 साल निवासी उमरिया थाना बिल्हा। इसके अलावा दो आरोपी नाबालिग भी हैं।
गिरफ्तार खरीददारों के नाम
शिवम उर्फ विक्की ध्रुव पिता राम सेतु उम्र 19 साल निवासी उमरिया थाना बिल्हा। राजा घृतलहरे पिता नारायण की घृतलहरें उम्र 19 साल निवासी पोड़ी थाना बिल्हा। कमलेश पिता गणेश मरावी उम्र 28 साल निवासी उमरिया थाना बिल्हा। इसके अलावा एक खरीदार नाबालिग भी है।
आरोपियों की पतासाजी और संपूर्ण कार्यवाही में क्राइम ब्रांच के सहायक उपनिरीक्षक हेमंत आदित्य , प्रधान आरक्षक धनेश साहू ,अशोक चौरसिया अनिल साहू ,अशोक मिश्रा आरक्षक वीरेंद्र साहू अविनाश पांडेय धर्मेंद्र साहू मनोज बघेल विकास यादव नवीन एक्टर दीपक यादव एवं शकुंतला साहू की भूमिका मामले में महत्वपूर्ण है।