रोचक होगा तखतपुर का मुकाबला…दोनों प्रत्याशी दिग्गज नेताओं की बेटी…क्या बलराम सिंह का अनुभव काम आएगा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–कांग्रेस हाईकमान ने तीसरी सूची जारी कर तखतपुर विधानसभा को नया चेहरा दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आशीष सिंह की पत्नी रश्मि सिंह वाजपेयी को मैदान में उतारा है। बताते चलें कि रश्मि सिंह वाजपेयी गुमनाम नहीं हैं। मायका और ससुराल दोनों ही परिवार कांग्रेस की राजनीति से जड़ से नाता रखते हैं।
                 तखतपुर विधानसभा से रश्मि सिंह वाजपेयी को कांग्रेस पार्टी ने उतारा है। रश्मि वाजपेयी के पति आशीष सिंह ठाकुर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है। पिछली बार मात्र कुछ सौ वोट से राजू सिंह क्षत्रि से उन्हें हार मिली थी। रश्मि सिंह ठाकुर मूलतः तखतपुर की रहनेवाली वाली हैं। रश्मि सिंह के पिता रोहिणी कुमार बाजपेयी तखतपुर क्षेत्र से  कांग्रेस के पूर्व विधायक रह चुके हैं ।
         रोहिणी कुमार वाजपेयी 1972 से 77 तक अविभाज्य मध्यप्रदेश के समय श्यामाचरण शुक्ल के मंत्रिमंडल में विधायक रह चुके हैं। 1996 में हुए उपचुनाव में रश्मि सिंह के श्वसुर बलराम सिंह ठाकुर 1996 से1998 तक तखतपुर से कांग्रेस के विधायक बने ।  बलराम सिंह 2003 से 2008 तक कांग्रेस के विधायक चुने गए । पिछले 2013 के चुनाव में रश्मि सिंह के पति तखतपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बने। आशीष सिंंह को महज 608 मतों से भाजपा के राजू क्षत्रीय से हार मिली।
                        रश्मि सिंह का ससुराल और मायका दोनों ही परिवार से राजनीत विरासत में मिली। इस बार रश्मि सिंह का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी हर्षिता पांडेय से होगा। रश्मि सिंह के लिए जहां विधायक राजू क्षत्रीय के खिलाफ आये एंटीइनकम्बेंसी फैक्टर को भुनाना है। वहीं भाजपा प्रत्याशी हर्षिता पांडेय के लिए क्षेत्र में भाजपा के जीत के क्रम को बनाये रखना बड़ी चुनौती होगी । कुल मिलाकर तखतपुर में दो महिला प्रत्याशियों के बीच का मुकाबला दिलचस्प होगा।
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