बिलासपुर—मारपीट और जमीन विवाद मामले में ठनठन का पीड़ित परिवार आज आई जी पवन देव के पास पहुंचकर जांच अधिकारी बदलने की है। पीड़िता ने तखतपुर थानेदार पर गंभीर आरोप भी लगाया है। कमला देवी ने तखतपुर थानेदार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जेल में बंद रिश्तेदार को बचाने के लिए थाना प्रभारी लाभचंद मोहले उनके परिवार को ना केवल प्रताड़ित कर रहे हैं बल्कि रात में घर पहुंचकर परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी और केस वापस लेने को कहते हैं। पीड़ित कमला बाई ने न्याय की गुहार लगाई है।
मालूम हो कि 21 जुलाई को ठनठन में दो गुटों में जमीन को लेकर खूनी संघर्ष हुआ था। दोनों ही पक्षों को गंभीर चोटें आई थीं। तखतपुर थाना प्रभारी ने जांच के बाद शिवा सोनवानी के परिवार से राजेश कुमार संतकुमार सुखचैन पिसरान शिवकुमार भूरी बाई को क्लीन चिट दे दिया है। उल्टे उसके बेटों पर थानाप्रभारी ने मर्डर का केस दर्ज कर आरोपी बना दिया हे।
सीजी वाल से कमला बाई ने बताया कि 21 जुलाई को सोनवानी परिवार के आधे दर्जन से अधिक लोग कब्जे की सरकारी जमीन पर मजदूरों के साथ ट्रैक्टर लेकर जबरदस्ती रोपा लगाने लगे। जबकी कोर्ट ने उस जमीन पर हमारे पक्ष मे फैसला दिया है। बावजूद इसके उन लोगों ने जबरदस्ती कब्जा करने का प्रयास किया। जब इसका विरोध किया तो उन लोगों ने एक होकर तब्बल, लाठी के लेकर मेरे बेटे राजेन्द्र संतोष और दिलीप पर धावा बोल दिया। मारपीट के दौरान मेरे बेटों का सिर भी फूट गया। हम लोग घायल अवस्था में ही थाना पहुंचकर मारपीट में शामिल आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने पहुचे तो थानेदार ने जानबूझकर उनके बेटों को चार घण्टे तक थाने में बैठाये रखा। बाद में तखतपुर डाक्टर ने गंभीर चोट को देखते हुए सिटी स्केन के लिए बिलासपुर रिफर किया लेकिन उनके बेटों का सिटी स्केन नहीं कराया गया। दूसरे दिन 307 के आरोप में तीनों को तखतपुर न्यायालय में पेश कर दिया गया। थानेदार ने उन्हें सिटी स्केन के लिए बिलासपुर नहीं भेजा।
कमला बाई ने बताया कि सोनवानी परिवार से मारपीट के दौरान उनके बेटों के सिर पर गंभीर चोटे पहुंची। दस टांके भी लगे। थानेदार ने रिश्ता निभाते हुए राजेश कुमार,संतकुमार, भूरी बाई हरप्रसाद गौलोचन मनीष के खिलाफ सामान्य धारा 294,506,323,34 का आरोप तय किया। और उन्हें मुलायजा के लिए भेज दिया।
कमला बाई ने आई जी मिलने के बाद बताया कि तखतपुर थाना प्रभारी लाभचंद मोहले सोनवानी परिवार का रिश्तेदार है। जैसा की शुरू से ही थानेदार की कार्रवाई संदिग्ध ऐसी स्थिति में जांच अधिकारी के रूप में उनसे न्याय की उम्मीद नहीं है। कमला बाई ने बताया कि हमने आई जी से जांच अधिकारी बदलने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उसने बताया कि परिवार को मर्डर के झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है। जबकि सोनवानी मर्डर की सजा भी काट रहा है। सोनवानी ने उसके परिवार के एक नाबालिग सदस्य की हत्या की है।
कमला बाई ने आई जी से गुहार लगाते हुए कहा कि घटना के समय पति दया राम और लड़का मनोज,विजय और अशोक घर पर नहीं थे। फिर भी उन्हें जबरन आरोपी बनाया गया है। कमला बाई ने सोनवानी परिवार पर धमकी देने का भी आरोप लगाया है। उसने बताया कि डराने धमकाने में थानेदार की भी भूमिका है।
पत्रकारों से कमला बाई ने कहा कि वे लोग भय के कारण अपनी खेती भी नहीं कर पा रहे हैं। जिसके चलते उनके सामने अब रोजी रोटी की संकट खड़ी हो गयी है।