रामानुजगंज (पृथ्वीलाल केशरी )।भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जब से रामानुजगंज विधानसभा में प्रत्याशी की घोषणा की गई है तब से रामविचार नेताम के समर्थक पार्टी के प्रति मोर्चा खोल दिए हैं। जिसका परिणाम यह है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा मनोनीत प्रत्याशी के मुश्किलें बढ़ती जा रही है। पार्टी द्वारा मनोनीत प्रत्याशी राम किशन सिंह हताश औऱ निराश हो कर अलग थलग पड़े नजर आ रहे हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी के बागी कार्यकर्ताओं ने जिला पंचायत सदस्य विनय पैंकरा को समर्थन करते हुय शक्ति प्रदर्शन के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में बलरामपुर कलेटोरेट में नामांकन दाखिल कराया।
उल्लेखनीय है कि पाल विधानसभा के समय से राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम लगातार चुनाव लड़ते आ रहे हैं। वर्ष 2014 में कांग्रेस के प्रत्याशी बृहस्पति सिंह से मुकाबले में हार गए थे। इस बार भी रामविचार नेताम के समर्थकों द्वारा टिकट दिए जाने के कयास लगाए जा रहे थे।
लेकिन भारतीय जनता पार्टी द्वारा सामरी क्षेत्र के रामकिशुन सिंह को रामानुजगंज विधानसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। तीसरी सूची में नाम की घोषणा होते ही रामविचार नेताम के समर्थकों ने बगावत शुरु कर दी। और बलरामपुर रामानुजगंज में बैठक और आम सभा का दौर शुरू हो गया। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि भारतीय जनता पार्टी यदि प्रत्याशी का नाम नहीं बदलती है तो अपने ही बीच से निर्दलीय प्रत्याशी को चुनाव लड़ाएंगे।
पूरे प्रदेश में कई जगहों पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा घोषित प्रत्याशी को हटाकर नाम बदलने की कई प्रयास किए थे लेकिन प्रदेश के मुखिया डॉक्टर रमन सिंह की दो टूक में यह कह दिया गया था कि जिन को जो करना है करें राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा जो निर्णय लिया गया है उसमें किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं होगा। भारतीय जनता पार्टी समर्थित जिला पंचायत सदस्य विनय पैंकरा ने पार्टी से बगावत कर रामानुजगंज विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया हैं।