अशोक को आया गुस्सा…हाथ जोड़ मनाते रहे शैलेश…आक्रोश के साथ भाषण में बोले अटल….भाजपा को हराना प्राथमिकता

BHASKAR MISHRA
7 Min Read

बिलासपुर— दोपहर एक बजे जब सभी कांग्रेसी कांग्रेस भवन में एकत्रित हो रहे थे। उस समय किसी को अंदाजा नहीं था कि यहां आधे घंटे बाद कुछ होने वाला है। क्योंकि ठीक एक दिन पहले सभी कांग्रेसियों ने एक निजी हॉटल में बैठक कर प्रत्याशी के प्रति गिले शिकवे दूर कर लिए थे। आज जब कांग्रेसी कांग्रेस भवन में पहुंचे तो उनमें काफी उत्साह था…। उत्साह उस समय ठंडा पड़ गया जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रत्य़ाशी शैलेश पाण्डेय में तू-तू,मै-मैं शुरू हो गयी। मामला गाली गलौज तक पहुंच गया।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                                      दोपहर करीब एक बजे सभी कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता एकजुटता का संकल्प लेने कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए। हाल भी खचाखच भरा था। टेबल की दूसरी तरफ अरूण तिवारी , चन्द्रप्रकाश वाजपेयी, नरेन्द्र बोलर,वाणी राव, समेत जिले के दिग्गज कांग्रेसी बैठे थे। निश्चित अंतराल में कांग्रेस के वरिष्ठ कनिष्ठ नेता पहुंचकर कुर्सी पर बैठ रहे थे। ठीक समय पर शैलेश पाण्डेय भी हाल में दाखिल हुए। आते ही उन्होने कार्यकर्ताओं का अभिवादन कर वरिष्ठ कांग्रेसियों का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

            कुर्सी पर बैठते ही शैलेश पाण्डेय ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक अग्रवाल को देखकर कहा कि कल तीन बार फोन लगाया, आपने उठाया नहीं। अशोक अग्रवाल ने कहा कि फोन नहीं आया था। अलबत्ता शैलेन्द्र जायसवाल ने फोन जरूर किया था लेकिन उठा नहीं पाया। शैलेश ने कहा मैने भी फोन किया था। यदि फोन नहीं उठाना है या बात नहीं करनी है तो दुबारा काल नहीं करूंगा।

                    शैलेष की बात सुनते ही अशोक अग्रवाल का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कहा कि अन्जान नंबरों को नहीं उठाता। थोड़ा टोन सुधार कर बात करो। इसके बाद अशोक अग्रवाल का गुस्सा थमा नहीं। उन्होंने खड़े होकर वाणी राव के बगल में बैठे शैलेश पाण्डेय से कहा कि तमीज से बात किया करो। शैलेश ने भी कहा कि मैं तमीज और इज्जत के साथ ही बात कर रहा हूं। इसके बाद अशोक अग्रवाल ने आपा खो दिया। गाली गलौच करते हुए बाहर निकल गए। अरूण तिवारी समेत मौके पर मौजूद कई नेताओं ने बीच बचाव किया।

                   बाहर निकलते हुए अशोक अग्रवाल ने कहा कि देखता हूं चुनाव कैसे जीतोगे। बड़े-बड़े नेताओं को देख चुका हूं। इस बीच अशोक अग्रवाल को कई नेताओं ने मनाने का प्रयास किया। बाहर कार में बैठकर अरूण तिवारी ने भी समझाया। बावजूद इसके अशोक अग्रवाल नहीं रूके। 

हाथ जोड़कर मनाते रहे शैलेश

                 इस बीच जब अशोक अग्रवाल गाली देते रहे…तो कांग्रेस प्रत्याशी शैलेष पांडेय हाथ जोड़कर अशोक अग्रवाल को मनाते रहे। लेकिन अशोक अग्रवाल का गुस्सा कम होने का नाम नहीं लिया। फिर भी शैलेश ने मनाने का प्रयास किया लेकिन सारे प्रयास प्रयास बेकार साबित हुए। नरेन्द्र बोलर, नजीरूद्दीन कुरैशी, विजय पांडेय अरूण तिवारी ने भी अशोक अग्रवाल को समझाने बुझाने का प्रयास किया ।  लेकिन अशोक अग्रवाल कार में बैठकर कांग्रेस भवन से चले गए। यद्यपि कुछ आधे घंटे बाद लौटे भी लेकिन किसी कांग्रेसी ने ना तो हाय कहा..और ना ही बाय।

बैठक में अटल ने भी उतारा गुस्सा

                           घटना के कुछ देर और अशोक अग्रवाल के जाने के बाद प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव बैठक में शामिल होने पहुंचे। उन्होने बताया कि नोंक झोंक की जानकारी उन्हें नहीं है। अटल ने बैठक के दौरान टिकट वितरण को लेकर व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा। अटल ने टिकट बांटने की प्रक्रिया और नेताओं पर तरीके से गुस्सा उतारा। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस में राहुल गांधी या भूपेश बघेल के कारण नहीं बल्कि कांग्रेसी होने की वजह से हैं। मैने पिछले 25 साल की राजनीति में जमकर उतार चढ़ाव देखा। सड़क से लेकर सदन तक कांग्रेस का झंडा उठाया। और प्रशासन की लाठी का भी शिकार हुआ। मेरे साथ कांग्रेसियों ने लाठी चार्ज का सामना किया। आरोप लगाए गए कि मैने टिकट के लिए लाठी खायी। सवाल उठता है कि यदि लाठी चार्ज में मर गया होता तो तभी सच्चा कांग्रेसी होता। य़ा फिर मेरी पत्नी को टिकट देने की योजना थी? मैंने 25 सालों में कांग्रेस के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। मुकदमे झेले, व्यावसायिक नुकसान सहा। फिर भी मेरी निष्ठा पर संदेह किया जाता है, दुष्प्रचार किया जाता है। दुख होता है…लेकिन मैं कल भी कांग्रेसी था…आज भी हूं..और अंत तक रहूंगा। लेकिन मेंरे जहन में एक सवाल जरूर है । मौका मिनले पर  बड़े नेताओं से जरूर पूछूंगा कि पैराशूट की परिभाषा क्या है। अटल ने अंत में यह भी कहा और समर्थकों स्पष्ट संदेश दिया कि हम अन्दर की लड़ाई बाद में पूरी कर लेंगे। लेकिन स्थानीय मंत्री और भाजपा सरकार को हराना हमारा लक्ष्य है। हम एक जुटकर भाजपा को हराएंगे।

परिवार की लड़ाई..भाजपा को हराना लक्ष्य

                कार्यक्रम के बाद शैलेश पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस हमारा परिवार है। नोक झोंक परिवार के अन्दर होता ही रहता है। अशोक अग्रवाल बड़े भाई हैं। उन्हें नाराज होने का अधिकार है। मैं उनसे मिलकर गिले शिकवे दूर करूंगा। अशोक अग्रवाल कल भी कांग्रेसी थे…आज भी हैं…। उनका आशीर्वाद हमें हर हालत में मिलेगा। उन्होने जो कुछ भी कहा…उनका अधिकार था। लेकिन भाजपा को हराने के लिए उनका आशीर्वाद हमारे साथ रहेगा। स्थानीय मंत्री को ना केवल हराएंगे बल्कि सरकार भी बनाएंगे। शैलेश ने बताया कि हमारी एकता से भाजपा के लोग परेशान हैं।

close