भोपाल।मध्य प्रदेश कांग्रेस के वचनपत्र के पेज नंबर 80 पर लिखी 29वीं लाइन ने राज्य में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. कांग्रेस का वचन पत्र अपने साथ ऐसा विवाद ले कर आया है जो राज्य में सत्ता के संघर्ष की लड़ाई पर प्रभाव छोड़ सकता है. दरअसल कांग्रेस के वचन पत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जिक्र हुआ है.
कांग्रेस के वचनपत्र में RSS की शाखाओं को बैन करने की बात को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी पलटवार किया है. पात्रा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इन दिनों कांग्रेस का एक ही उद्देश्य है,” मंदिर नहीं बनने देंगे, शाखा नहीं लगने देंगे.’
कांग्रेस का संघ के साथ कैसा संबंध है ये किसी से छिपा नहीं है. राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस का हर नेता संघ का खिलाफत करता है. कांग्रेस के वचनपत्र में भी ऐसा ही कुछ लिखा है. वचन पत्र के प्वाइंट नंबर 47.62 में लिखा है कि शासकीय परिसरों में आरएसएस की शाखाएं लगाने पर प्रतिबंध लगाएंगे और शासकीय अधिकारी और कर्मचारियों को शाखाओं में छूट संबंधी आदेश निरस्त करेंगे।
पिछले कुछ समय से कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रही है, जिसकी अगुवाई खुद राहुल गांधी कर रहे हैं. राहुल भी संघ पर कई बार हमला कर चुके हैं, लेकिन इस तरह से बैन लगाने की बात वो भी घोषणा पत्र में करना. कहीं ना कहीं कांग्रेस को सियासी तौर पर नुकसान पहुंचा सकती है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि RSS को लेकर जारी वचन पत्र में कांग्रेस ने कुछ भी गलत नहीं कहा है।
घोषणा पत्र राजनीतिक दलों के लिए वो जरिया होते हैं जिनके माध्यम से वो जनता से वो वादे करते हैं जो सत्ता तक पहुंचाने में मदद कर सकें. कांग्रेस ने भी अपने वचन पत्र में कई वादे किए हैं, लेकिन संघ पर बैन का जिक्र उसकी तमाम कोशिशों पर पानी फेर सकता है.