रायपुर।छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन प्रहार-4 में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ऑपरेशन प्रहार-4 को सुकमा एसपी अभिषेक मीणा के नेतृत्व में राज्य की एसटीएफ, डीआरजी एवं कोबरा के द्वारा लांच किया गया था। इसमें एसटीएफ की 2 टीम, कोबरा की 4 टीम व डीआरजी सुकमा की 10 टीमों को मिलाकर कुल 12 सौ जवान शामिल थे। वहीं तेलंगाना के 150 जवान भी थे।डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने बताया कि यह अभियान 25 नवम्बर को सुकमा जिला मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर साकलेर, टोण्डामरका और सालेतांग में चलाया गया था। यह क्षेत्र अत्यंत दुर्गम एवं नक्सलगढ़ है। इस ऑपरेशन में सोमवार सुबह करीब 9.40 बजे सुकमा की दो डीआरजी टीम से मुठभेड़ प्रारंभ हुई। डेढ़ घंटे की गोलीबारी में दर्जनों माओवादियों के मारे जाने की सूचना है।
सुरक्षा बलों द्वारा 9 माओवादियों के शव बरामद किए गए हंै। इसके अलावा घटनास्थल से एक एसएलआर, बोल्ट एक्शन गन, 315 बोर रायफल सहित कुल 10 हथियार, आईईडी, एम्युनेशन एवं अन्य सामग्रियां बरामद की गई हंै। इस ऑपरेशन में सुकमा डीआरजी के दो जवान डेरदो रामा और माड़वी जोबा भी शहीद हुए हंै। मारे गए नक्सलियों में एक महिला नक्सली और पुरुष नक्सली की शिनाख्त की गई है।
दोनों 8-8 लाख के इनामी और डीबीसी कमांडर थे। उन्होंने बताया कि जिला सुकमा के सुदूर साकलेर क्षेत्र में भारतीय वायुसेना द्वारा एमआई-17 हेलीकॉप्टर को उतारकर मारे गए माओवादियों एवं शहीद जवानों के शवों को भी निकाल लिए गए है। सुरक्षा बलों का लौटना अब भी जारी है।