रायपुर- जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख एवं मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि इन दिनों नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव का एक परस्पर विरोधी बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। पहले तो वे कहते है कि उनकी कांग्रेस पार्टी 52 सीटों की संख्या पार करके स्पष्ट बहुमत से सरकार बनायेगी लेकिन दूसरे बयान में वे आगे फरमाते है कि जोगी की समझौते की जरूरत पड़ने पर वे उनसे हाथ मिलाने की बजाय राजनीति से सन्यास लेना बेहतर समझेगे।
इस बयान का स्पष्ट अर्थ है कि उन्हे कांग्रेस पार्टी की हार और अजीत जोगी की जीत की पूरी उम्मीद है। दूसरी ओर उनका उक्त बयान स्पष्टतः पार्टी अनुशासन भंग करने का स्पष्ट संकेत देता है। दरअसल नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव वस्तुतः कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को पूर्व चेतावनी अपने बयान के माध्यम से दे रहे है कि वे भले ही बीजेपी को जोड़तोड़ की सरकार बनाने का मौका दे दे, लेकिन जकांछ के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री न बनने दे।
सिंहदेव के इस छद्म धमकीनुमा वरंच गैरवाजिब बयान से वे सन्यास लेने से पूर्व ही दलीय अनुशासनात्मक कार्यवाही की परिधी में आ गये है।
रिजवी ने कहा है कि अजीत जोगी की जकांछ को किसी भी दल की बैसाखी की जरूरत नही पडे़गी क्योकि प्रदेश की जनता भाजपा-कांग्रेस दोनो से ऊभ चुकी है तथा उसने अजीत जोगी की पार्टी को बहुमत दे दिया है केवल 11 दिसंबर परिणाम दिवस पर घोषणा की औपचारिकता ही शेष है। छत्तीसगढ़ की जनता अजीत जोगी को पुनः छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में देखने आश्वस्थ है।