बिलासपुर।मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव सम्पन्न हो चुके है।11 दिसंबर को दोनों ही राज्यो में मतगणना होनी है।मतदान से लेकर मतगणना तक शासकीय अधिकारी-कर्मचारी की ड्यूटी निर्वाचन कार्य में लगाई जाती है।पर अब मानदेय को लेकर दोनों राज्यों के कर्मचारियों के बीच विसंगति दिख रही है।यह बात सामने आई है कि छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को मध्यप्रदेश के कर्मचारियों की अपेक्षा कम मानदेय मिल रहा है।बता दे कि निर्वाचन आयोग चुनाव के दौरान मतदान की तैयारियों से मतगणना तक के लिए शासकीय कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित करता है।
चुनावो के काम को कर्मचारियों के लिए अनिवार्य सेवा की श्रेणी में रखा जाता है।साथ ही चुनाव में अधिकारियों व कर्मचारियों को आयोग की ओर से मानदेय भुगतान भी दिया जाता है। Read More-नई सरकार बनने के बाद तेज होगी मुहिम,चार सूत्रीय मांगों को लेकर CM से मिलेगा सहायक शिक्षक फ़ेडरेशन
मध्यप्रदेश में पीठासीन अधिकारी को 2050 रुपए दिए जा रहे हैं। मतदान अधिकारी क्रमांक -1 को 1300 रुपए, मतदान अधिकारी क्रमांक 2 को 1050 रुपए और मतदान अधिकारी क्रमांक 3 को 1050 रुपए मानदेय दिए जा रहे हैं। जबकि छत्तीसगढ़ में पीठासीन अधिकारी को 1200 रुपए, मतदान अधिकारी क्रमांक -1 को 900 रुपए और मतदान अधिकारी क्रमांक 2 को 900, मतदान अधिकारी क्रमांक 3 को 900 रुपए ही दिए जा रहे हैं।