डायल 112 को विशेष प्रशिक्षण…डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार का मतलब…जीवन सुरक्षा का दिया टिप्स

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–ज़िला बिलासपुर डायल 112 कर्मचारियों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दो पालियों में किया गया। बिलासागुड़ी में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों के अलावा विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ बीआर होचंदानी एमडी मेडिसिन,डॉ आशीष मुंद्रा हड्डी रोग विशेषज्ञ और डॉ अरविंद शुक्ला सिविल सर्जन विशेष रूप से मौजूद होकर जरूरी बातों को साझा किया।
                  मंगलवार को बिलासागुड़ी में डायल 112 कर्मचारियों को विशेषज्ञ चिकित्सक और पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में प्राथमिक उपचार की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम का आयोजन दो पालियों में  सुबह 10 से 12 और शाम 3 से 5 बजे के बीच किया गया। विशेषज्ञों ने आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक उपचार को लेकर विस्तार से जानकारी दी।
                       विशेषज्ञों ने प्राथमिक उपचार का मतलब बताया। सामान्य श्वास संबंधी समस्याएं, दम घुटना,  ब्लड शुगर मरीज की पहचान कैसे करें..विस्तार से बताया। तात्कालीन परिस्थितियों में बीमार को किस तरह लाभ पहुंचाएं…जहर खुरानी की घटनाओं में किस मात्रा में व्यक्ति ने जहर लिया है…जहर कितना घातक है.. इन परिस्थितियों में राहत कैसे राहत दे। तमाम छोटी बड़ी बातों का प्रशिक्षण के दौरान जिक्र किया गया।
                      लोग सर्पदंश, कुत्ते के काटने समेत अन्य जीव के दंश के शिकार होते हैं।  इन हालातो में क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए…किसी व्यक्ति को मृत होने या गंभीर हालत से कैसे बचाएं…की जानकारी दी गयी।
               ह्रदयघात, विस्फोट से लगी चोट, गोली लगने, के बाद किस तरह व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है। सड़क या अन्य प्रकार की दुर्घटनाओं से हड्डी टूटने के बाद व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान पर किस तरह प्राथमिक सहायता के साथ लाया जाए। पीड़ित को कम से कम तकलीफ हो। ऐसे अनेक बिंदुओं पर विशेषज्ञों ने डायल 112 के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया।
                       प्रशिक्षण के दौरान डायल 112 जिला बिलासपुर नोडल अधिकारी अर्चना झा ने भी कर्मचारियों को फील्ड में आने वाली समस्याओं को लेकर चर्चा की। अर्चना झा ने प्राथमिक उपचार के संबंध में विशेषज्ञों से मिली सलाह और प्रशिक्षण को अति महत्वपूर्ण बताया।
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