कांकेर।नक्सलियों के संगठन ने एक ओर बैनर लगाकर अपने प्रचार अभियान को तेज किया है तो दूसरी तरफ ग्रामीणों ने भी इसके विरोध में जवाब दिया ह। रविवार को छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गढ़चिरौली(महाराष्ट्र) के कोटमी में ग्रामीणों ने नक्सलियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उनके लगाए बैनर जलाए।नक्सलियों के खिलाफ जुटे ग्रामीणों ने कहा कि हम विकास की मूलधारा से पिछड़ चुके हैं। हमारे बच्चे सुरक्षित नहीं है। इन इलाकों से नक्सलियों को खदेड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं। अब हमें नक्सलियों के आतंक से मुक्ति पाने के ठोस उपाय करने होंगे।
गढ़चिरौली के एसपी शैलेष बलकवड़े ने बताया कि अब तक नक्सलियों की दादागीरी सहने वाले ग्रामीणों को सबसे ज्यादा इस बात की खीज है कि यदि बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए पढ़ाते हैं तो नक्सलियों को तकलीफ होती है। नक्सलियों के पीछे-पीछे घुमाने से बच्चों का भविष्य खराब होता है और जान का खतरा भी होता है।
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सबसे बड़ी बात इनके बच्चे नक्सलियों के साथ भटकते हैं तो उन्हें अपराधियों सा जीवन गुजारना पड़ता है। ग्रामीणों के विरोध पर एसपी ने कहा कि यदि ग्रामीण सुरक्षा मांगेंगे तो उन्हें जरूर मदद की जाएगी।